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    भंडारा. जिले के बिजली ग्राहकों पर 280.71 करोड रुपए का बिल बकाया है.इस कारण महाराष्ट्र राज्य विदयुत वितरण कंपनी मुश्किलों में पड गई है.धन की कमी के चलते ग्राहकों को योग्य सेवा देने में कंपनी के सामने परेशानी आ रही है.

    भंडारा सर्कल में दो सबडिविजन है. इसमें से एक भंडारा सब डिविजन के तहत मोहाडी, पवनी और तुमसर तहसीलों का समावेश है. वही दूसरा साकोली सबडिविजन है. इसमें लाखांदूर,लाखनी,साकोली तहसील आते है.भंडारा सर्कल में घरेलू ग्राहकों की संख्या 2,77,054 है. उन पर 5.73 करोड रुपए बकाया है.

    व्यवसायिक बिजली ग्राहकों की संख्या 17,105 है. उन पर 1 करोड 5 लाख रुपए शेष है. औदयोगिक ग्राहकों की संख्या 3,640 है और उन पर 2 करोड 44 लाख रुपए की राशि थकीत है.सबसे अधिक राशि कृषि पंप धारकों पर शेष है. कृषि पंपधारकों की संख्या 5,00,00,248 है और उन पर 553 करोड 23 लाख रुपए का बिजली का बिल शेष है.

    पथदीपों का भी 15 करोड बकाया

    जिले में पथदीपों की संख्या 1217 है.पथदीपों के नाम पर जिले में 15.73 करोड रुपए बकाया होने की जानकारी महावितरण की ओर से मिली है.ग्राम पंचायतों की ओर से बिल नहीं भरे जाने की वजह से महावितरण की ओर से पथदीपों की बिजली कांटने की कार्रवाई की गई. इसी कारण जिला परिषद की ओर से कुछ ग्राम पंचायतों के बिल भर दिए गए.इसलिए पुन: अनेक स्थानों पर पथदीप शुरू कर दिए गए. फिर भी बकाया राशि की संख्या बडी है इस कारण एक बार फिर बिजली कांटने की कार्रवाई शुरू करने का प्रयास महावितरण की ओर से किया जाएगा ऐसी जानकारी महावितरण के सूत्रों ने दी है.

    सार्वजनिक उपक्रमों के ग्राहकों पर 2 करोड शेष

    सार्वजनिक उपक्रमों के ग्राहकों की संख्या 794 है.इन ग्राहकों पर 2 करोड 12 लाख रुपए की राशि बकाया है. इसके अलावा अन्य ग्राहकों की संख्या 2,422 है. उन पर 41 लाख रुपए की बकाया रक्कम है. 

    कृषि पंपधारकों पर कार्रवाई फिर शुरू

    बकाया बिजली बिल की वसूली के लिए महावितरण की ओर से कृषि पंपों की बिजली खंडित करने की कार्रवाई की जाती थी. लेकिन तत्कालीन उर्जामंत्री नितीन राउत ने इस कार्रवाई को जून माह तक रोकने के आदेश दिए थे. इस आदेश के बाद कृषि पंपों की बिजली कांटने की कार्रवाई रोक दी गई. अब जून माह की अवधि समाप्त हो गई है.इसलिए पुन: कार्रवाई शुरू कर दी गई है.