प्रतीकात्मक तस्वीर
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    साकोली. किसी भी शहर या गांव का यदि विकास करना हो तो वहां पर एमआईडीसी का होना जरूरी है. लेकिन अंग्रेजकालीन साकोली में तथा आसपास में एमआईडीसी की ओर किसी भी सत्ता पक्ष हो या विपक्ष ने ध्यान नहीं देने के कारण पुरानी तहसील होने पर भी तहसील का विकास जो होना चाहिए वह नहीं हुआ.

    भेल परियोजना हुई फेल

    आज से 8-10 वर्ष पूर्व साकोली तहसील के मुंडीपार में बड़े ही जोर शोर से भेल की नींव रखी गई थी तथा शुरू में कहा गया था कि किसानों के बच्चों को एवं स्थानीय बेरोजगारों को इसमें रोजगार उपलब्ध होगा. इसके बाद जेल भरो आंदोलन, भेल की दीवार तोड़ो खेती करो आंदोलन, अन्य कई पार्टी द्वारा छोटे-बड़े आंदोलन किए गए. कई बार मुख्यमंत्री तथा प्रधानमंत्री के नाम से निवेदन दिए गए. लेकिन फिर भी इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया. इसलिए साकोली तहसील में बेरोजगारों की फौज तैयार हो गई है.

    क्षेत्रों के लोगों को मिलेगा रोजगार

    साकोली में पिछली बार विधायक नाना पटोले के नेतृत्व में व्यापार संकुल के लिए प्रयास किया गया था. जो बाद में कुछ लोग न्यायालय में जाने के कारण विधायक नाना पटोले का सपना पूरा नहीं हो सका. लेकिन अभी यदि तहसील के पास वडद, खैरलांजी के पास हो या फिर जमनापुर के आगे यदि 100 एकड़ जगह एमआईडीसी के लिए आवंटित की गई तो इसमें ईंट भट्टी, ब्रिक्स प्लांट, राइस मिल, पोहा मिल, तेल मिल एवं छोटे बड़े गृह उद्योग यदि लगाए गए तो वहां पर कम से कम 1,000 से 2,000 लोगों को रोजगार उपलब्ध हो सकता है. जिससे कई परिवारों को रोजगार की सुविधा उपलब्ध होगी.

    उद्योग के लिए करेंगे प्रोत्साहित -रंगारी

    पूर्व जिला परिषद सदस्य नेपाल रंगारी ने कहा कि वह आने वाले समय में सावरबांध एवं वडद के बीच में करीब 100 एकड़ जगह पर एमआईडीसी के लिए प्रयास करेंगे तथा वहां पर छोटे-बड़े गृह उद्योग के लिए वह प्रोत्साहित करेंगे. बेरोजगारी दूर करने के लिए प्रयास करेंगे.

    बेरोजगारी से बढ़ रहे अपराध – गुप्ता

    सामाजिक कार्यकर्ता संदीप गुप्ता ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से साकोली परिसर में बेरोजगारी बढ़ने के कारण चोरी और डकैती का प्रमाण बढ़ गया है. इस पर अंकुश लगेगा.

    सामूहिक प्रयास जरूरी – मेश्राम

    प्रकाश राणा मेश्राम ने कहा कि साकोली तहसील में एमआईडीसी के लिए सभी ने मिलकर सामूहिक प्रयास करना चाहिए. इससे बेरोजगारी भी दूर होगी तथा कई लोगों को रोजगार मिलने से व्यापारियों को भी फायदा होगा.

    क्षेत्र का होगा विकास -हलमारे

    अमोल हलमारे ने कहा कि साकोली के आसपास सभी जिला परिषद क्षेत्रों में जहां पर जितनी जगह उपलब्ध हो सकती है. वहां पर एमआईडीसी बनाई जानी चाहिए जिससे तहसील का विकास होगा.

    साथ ही भाकपा के शिवकुमार गणवीर, अश्विन नशीने, पूर्व सरपंच प्रताप चुघ, पूर्व सरपंच महादेव कापगते, प्रभाकर सपाटे, अचल मेश्राम, हेमंत भारद्वाज, कैलाश गेडाम, विलास मेश्राम, विनायक देशमुख, ओम गायकवाड, जितेन्द्र मेश्राम, अनिल गुप्ता, मंदार खेडीकर, मार्कड भेंडारकर,  हेमकृष्ण वाडीभस्मे ने कहा कि साकोली तहसील से देवरी, सड़क अर्जुनी, लाखनी, लाखांदुर, मोरगांव अर्जुनी आदि कम करके नई तहसील बनाई गई. लेकिन इसके एवज में तहसील में कुछ भी नया करने के लिए प्रयास किसी ने भी नहीं किया. इसलिए सर्वदलीय बैठक करके साकोली के विकास के लिए प्रयास करना चाहिए तथा इसके लिए एमआईडीसी की पहल एक शानदार पहल हो सकती है.