Lit Firecrackers
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    भंडारा. डीजल के भाव बढ़ने के कारण जहां एक ओर दूध-सब्जी के भाव में तेजी आई तो दूसरी ओर पेट्रोल-डीजल के भाव वृद्घि ने पटाखा बजने से  से पहले ही धमाका कर दिया है. पेट्रोल-डीजल के भाव में आई तेजी का परिणाम दूसरे प्रांत से भंडारा आने वाले पटाखों पर भी पड़ है.

    औसतन हर वर्ष पटाखों के भाव में 10 से 20 प्रतिशत तेजी देखी जाती है, लेकिन इस बार पटाखों के भाव में 30 से 40 प्रतिशत तक तेजी आयी है. ज्यादा महंगा पटाखा खरीदने पर बजट गडबड़ा जाएगा, इसलिए पटाखा तो बजेगा लेकिन वह बहुत देर तक नहीं बजेगा, उसमें ज्यादा पैसा खर्च नहीं करना है, ऐसी धारणा ज्यादातर लोगों की बन चुकी है. 80 रुपए में मिलने वाले लोकल पटाखों के दाम में भी काफी वृद्धि हुई हैं अब लोकल पटाखों के दाम 150 रुपए तक बोले जा रहे हैं. बम150, चकरी 120, अनार 180, फुलझरी 40, रोल डब्बी 10, माचिस का बाव 10 रुपए है.

     दुकानदारों से जब पचाखों के भाव में इतनी तेजी क्यों आई है, ऐसा पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यातायात खर्च बढ़ने वजह से पटाखे महंगे हो गए हैं. एक पटाखा विक्रेता ने नाम प्रकाशित न किए जाने की शर्त पर बताया कि पटाखे के दाम में हर वर्ष कुछ न कुछ तेजी जरूर आती है, लेकिन इस बार की तेजी जरा ज्यादा ही है.

    भाव में बहुत तेजी होने के कारण पटाखो के स्टाल पर खरीदारों की ज्यादा भीड़ देखने को नही मिल रही है. हालांकि अभी से यह कहना गलत है कि पटाखा विक्रेताओं के लिए इस वर्ष की दीपावली अंधेरी ही रहेगी, क्योंकि यह पर्व अभी शुरु होने वाला है. 2 नंवबर को धनतेरस है और धनतेरस के दिन घर में कुछ नया समान खरीदा जाता है, इस दिन कोई स्वर्णालंकार, कोई वर्तन या फिर कोई बड़ी वस्तु करीदी जाती है, इसलिए पटाखे खरीदने का समय अभी नहीं आया है.

     छोटी दीपावली तथा बड़ी दीपावली पर खास तौर पर आतिशबाजी की जाती है, इसलिए 3 नवंबर से पटाखों की खरीददारी सही रुप से शुरु होगी. लेकिन भाव की तेजी से इस बात का अनुमान लगाना गलत नहीं होगा किइस बार पटाखे तो बजेंगे लेकिन पहले की तरह बहुत ज्यादा नहीं, उस पर बहुत ज्यादा खर्च करने की भी तैयारी नहीं दिखायी दे रही है.

    फिलहाल पटाखों की दुकानों पर खरीदारोंकी कमी यही बता रही है कि भाव की तेजी ने बजने से पहले ही धमाका कर दिया है, भाव के धमाके ने बम की आवाज की दम निकाल कर रख दिया है. पटाखा विक्रेताओं को इस बात की आस जरूर है कि अभी दो दिन बाकी हैं इन दो दिनों में पटाखों की बंपर बिक्री होगी.