सिल्ली ग्रां.पं. को सरपंच एवं पदाधिकारियों ने ठोका ताला

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    आंबाडी/ भंडारा. तहसील के सिल्ली के ग्राम का तरंगत प्रियसॉफ्ट ऑनलाइन का काम पिछले तीन वर्ष से बंद होने से 28 लाख रु. का निधि अखर्च होने से गांव का विकास अवरुद्ध हुआ है. 

    इस संबंध में 11 बार शासन को पत्रव्यवहार करने पर भी भंडारा प्रशासन ने ध्यान नहीं देने से कार्यालय एवं ग्रामपंचायत पदाधिकारियों को कोई महत्व नहीं क्या ? इसलिए जिम्मेदारी लेकर सिल्ली ग्रामपंचायत के सरपंच निर्भय क्षीरसागर एवं पदाधिकारियों ने ग्रापं. कार्यालय को 23 नवंबर को ताला ठोका गया. इस संबंध से जिलाधिकारी संदीप कदम एवं प्रशासन को लिखित ज्ञापन देकर अवगत कराया गया. 

    सिल्ली ग्राप ऑनलाईन तकनीकी समस्या की वजह से 15 वे वित्त आयोग का निधि एक वर्ष से अटका होने से ग्राप का निधि आफलाइन पद्धति से खर्च करने की मंजूरी मांगी गयी थी, किंतु पंचायत समिति व जिला परिषद पंचायत विभाग ने ध्यान नहीं देने से 15 वित्त आयोग का निधि अखर्ची रहने से सिल्ली का विकास रुका हैं.

    निधि खर्च नहीं होने से विकास कार्य रुका जिससे  जनता में गैरसमज निर्माण होने से ग्रामपंचायत को 23 नवंबर को ताला ठोकने का निर्णय लिया गया था. सिल्ली ने 11 बार लिखित ज्ञापन पंचायत समिति व जिला परिषद के ध्यान में लाकर देने पर भी एक वर्ष से 28 लाख रु. निधी अखर्च पड़ा हुआ है. 

    वर्ष 2021- 2022 में 15 वित्त आयोग अंतर्गत 3 लाख 50 हजार रूपये निधि से सिमेंट नाली निर्माण काम किया गया होकर अभी तक उस काम का निधि प्राप्त नहीं होने से ठेकेदार, मजदूरों का खर्च बकाया हैं. आधे अधूरे निर्माण काम की वजह से ग्रामीणों में विवाद तनाव निर्माण हुआ है. 

    सरपंच व पदाधिकारी परेशान हुए जिससे ग्रामीणों में ग्रापं. निष्क्रिय दिखायी दे रही है. इसलिए नियोजित शासकीय पूर्ण निधि खर्च नहीं होने से पूर्ण विकास नही होने का दिखायी दे रहा है. 

    इसकी जिम्मेदारी पूर्वक दखल लेकर 23 नवंबर को सिल्ली ग्रामपंचायत कार्यालय एवं गेट को सरपंच निर्भय क्षीरसागर, उपसरपंच सोमदेव आकरे, सदस्य राहुल शहारे, वंदना हटवार, शारदा मस्के, राजहंस गभने, संगीता माकडे, नरेश कलंबे, लोकेश मेश्राम, निराशा गजभिये, प्रेमा गमने आदि ने ग्रामपंचायत कार्यालय को ताला ठोक कर गेट बंद कर कार्यालय बंद किया है.