ST BUS
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    साकोली. अभी भाई बहन के प्यार के प्रतीक रक्षाबंधन त्यौहार के अवसर पर बस एवं ट्रेनें भी हाउसफुल चल रही है. जिसके चलते लाल परी के अच्छे दिन आ गए है. बसे हाउसफुल चलने से यात्रियों को खडे-खडे ही यात्रा करनी पड रही है. 

    छुट्टी की झडी

    अगस्त माह में अनेक त्यौहार होने के कारण शासकीय छुट्टी की लाईन लगी हुई है. इस माह में 31 दिन में से 14 दिन छुट्टी होने से इस माह में बस एवं ट्रेनों में गर्दी रहेगी. यह अनुमान होने पर भी अनेक ट्रेनें रद्द की गई है. वही लाल परी भी नहीं बढाए जाने से यात्रियों की परेशानी बढ गई है.

    कोरोना संक्रमण का असर

    पिछले 2 वर्ष से कोरोना संक्रमण के चलते कोई भी त्यौहार नहीं मनाया गया था. लेकिन अब कोरोना के मरीज बढते जा रहे है. वही इस बार छुट्टी की झडी तथा कोरोना से राहत होने के कारण हर कोई हर त्यौहार हंसी खुशी से परिवार के साथ मनाना चाहता है. लेकिन कोरोना संक्रमण का भी ध्यान रखकर त्यौहार मनाए जाए. 

    लाल परी बढाई जाए

    पिछले वर्ष दिवाली से करीब 5-6 महीने बसों की हडताल रहने के कारण यात्रियों को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पडा था. लेकिन अभी हडताल भी खत्म होने से तथा कई त्यौहार होने से सभी स्थानों के डिपो मैनेजर की ओर से अन्य बस चलाई जानी चाहिए. जिससे उनका राजस्व भी बढेगा तथा यात्रियों को भी सुविधा होगी. 

    वाहक की मनमानी

    मंगलवार 9 अगस्त को शासकीय छुट्टी होने से सभी बसें हाउसफुल चल रही है. भंडारा में बस क्रमांक एम एच 40 व्हाय 5361 बस जो नागपुर से गोंदिया जा रही थी उस बस में भंडारा से एक भी यात्री को साकोली लाखनी या फिर अन्य स्थान के लिए नहीं बैठने दिया गया. बस वाहक ने पहले ही यात्रियों को बताया कि गोंदिया डायरेक्ट जाने वाले यात्री ही इस बस में बैठे. इससे अन्य स्थान पर जाने वाले यात्रियों को दूसरी बस का इंतजार करना पडा. जबकि ऐसा कोई नियम नहीं है कि सिर्फ गोंदिया जाने वाली बस में गोंदिया के ही यात्री बैठे. इस पर एसटी के अधिकारियों की ओर से ध्यान देना चाहिए.