ई-फसल पंजीकरण योजना बंद करे; तहसील कांग्रेस अध्यक्ष राउत ने की मांग

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    तुमसर. सरकार की ई- फसल पंजीकरण योजना से किसानों को भारी दिक्कतें निर्माण हो रही है. इसे बंद कर पूर्व की तरह पटवारी के माध्यम से फसल का निरीक्षण कर पंजीकरण करने की मांग तहसील कांग्रेस अध्यक्ष शंकर राउत द्वारा की गई है. अन्यथा कांग्रेस के माध्यम से आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है.

    संदर्भ में तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे गए निवेदन में कहा कि, ई फसल पंजीकरण के लिए सभी किसानों के पास एंड्रॉइड मोबाइल नहीं है. इसलिए किसानों को इस एप के बारे में पता नहीं है. खेत क्षेत्र में इंटरनेट व मोबाइल कवरेज की कमी के कारण एंड्रॉइड मोबाइल में नेट होने के बावजूद ऐप डाउनलोड नहीं किया जा सकता है. नतीजतन, गांवों में दलाल सक्रिय हो गए हैं. किसानों को आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.

    इसी तरह धान उपार्जन केंद्र पर धान की गिनती के लिए केंद्र की विशेष शर्त है. इसे भी रद्द कर किसी भी धान गणना केंद्र पर किसानों की सुविधानुसार धान गिनने की अनुमति दी जाए. फसलों का पंजीकरण किया जाए, या एक गांव में 5 से 10 बेरोजगार लोगों को प्रशिक्षित किया जाए ताकि किसानों को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो साथ ही उत्पीड़न व लूटपाट से बचाया जा सके. इसके अलावा किसानों को उनकी सुविधा के नुसार किसी भी केंद्र में जाने एवं स्थानों की संख्या गिनने की अनुमति दी जाए.

    निवेदन देते समय प्रदेश कांग्रेस सचिव प्रमो तितीरमारे, तहसील कांग्रेस अध्यक्ष शंकर राउत, शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमरनाथ रगडे, नगरसेवक बाला ठाकुर, जिला कांग्रेस महासचिव कमलाकर निखाडे, जिला मानवाधिकार अध्यक्ष कैलास बहिरे, जिला अनु. जाती सेल अध्यक्ष सुरेश मेश्राम, जिला मूलनिवासी अध्यक्ष अशोक उईके, शहर इंटक अध्यक्ष प्रेमदास राऊत, शिव बोरकर, धरमेंद्र भुते, रामेश्वर मोटघरे, गलीराम बांडेबूचे, दिलिप लांजेवार, चैनलाल मसरके, दिनेश भवसागर, गोपिचंद नेवारे  आदि उपस्थित थे.