Farmers Suicide
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    • चप्राड क्षेत्र की घटना 

    लाखांदूर. इस वर्ष के खरीफ में बोई गई फसल बाढ़ की वजह से नष्ट होने की वजह सेपरेशान किसान ने कीटनाशक गटककर आत्महत्या कर ली है.बाढ से फसल नष्ट होने से उत्पादन में कमी आने की संभावना निर्माण हो गई.इसी वजह से बचत गट के कर्ज भुगतान कैसे होगा इसकी चिेता किसान को होने लगी थी और इसी चिंता की वजह से जहरीला कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली.

     घटना 1 नवंबर को तहसील के चप्राड खेत क्षेत्र मे सामने आई है. पुलिस सूत्रों के अनुसार तहसील के चप्राड निवासी रमेश किसन दिघोरे (56)की चप्राड क्षेत्र में पौने दो एकड़ खेती है. इस खेती में इस वर्ष के खरीफ में किसान ने समूह बचत गुट से कर्ज लेकर धान फसल की बुआई की थी. किंतु खरीफ के दौरान तहसील में कुल 3 बार बाढ़ की स्थिति निर्माण होने से किसान को नुकसान होने की संभावना निर्माण हो गई. समूह बचत गुट से उठाए कर्ज के भुगतान को लेकर  किसान पिछले कुछ दिनों से परेशान था.

    बताया जाता है कि घटना के दिन चप्राड खेत क्षेत्र में पहुंचकर किसान ने तहलका नामक जहरीला कीटनाशक पी लिया. घटना की जानकारी किसान के परिजनों सहित लाखांदूर पुलिस को मिली.थानेदार रमाकांत कोकाटे,पुलिस उपनिरीक्षक अनिल मांदाडे,पुलिस हवालदार लोकेश वासनिक सहित अन्य पुलिस अधिकारी कर्मियों ने घटनास्थल पहुंचकर पंचनामा किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया..इस घटना में  लाखांदूर पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज कर लिया है.

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    ( विकास बोरकर) (नरेंद्र रामटेके)