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भंडारा. जवाहरनगर पुलिस थाने के तहत नांदोरा टोली से शहापुर मार्ग पर हत्या कर शव फेंके जाने की गुत्थी आखिर सुलझ गई है. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को दबोच लिया है.आरोपियों में से एक ने निर्माण ठेकेदार मृतक जीशान शेख को बीयर बार का लाइसेंस दिलाने का लालच देकर लाखों रुपये की उगाही कर ली थी. लेकिन यह बात जीशान के समझ में आ जाने के बाद वह पैसे लौटाने की मांग करने लगा.

इसी बात पर आरोपी ने जीशान के हत्या की साजिश रची.  5 अप्रैल की रात उसने अपने दो दोस्तों की मदद से हत्या को अंजाम दिया और शव को सड़क पर फेंककर फरार हो गए. इस घटना के मुख्य आरोपी को महज चार घंटे में और अन्य दो आरोपियों को 12 घंटे में गिरफ्तार कर लिया गया है.इतना ही नहीं तो जवाहरनगर पुलिस ने उनके घरों से हत्या के लिए उपयोग में लाए गए हथियार भी जब्त कर लिए है.

इस मामले में पुलिस ने महल वार्ड भंडारा निवासी वकील शेख (32), कस्तूरबा वार्ड निवासी महेंद्र तिवारी (24), एस उर्फ बुन्नू (21) नामक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. न्यायालय में प्रस्तुत करने पर उन्हें 12 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है. 6 अप्रैल की सुबह दूध बेचने गए एक व्यक्ति को अज्ञात व्यक्ति का शव शहापुर परिसर के नांदोरा टोली से शहापुर जाने वाली सड़क के किनारे दिखाई दिया.शव को देखते ही अंदाजा हो गया कि उसकी हत्या की गई है. इस इलाके में सात दिनों में हत्या की तीसरी घटना होने के कारण नागरिकों में भय व्याप्त हो गया था.पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी संदेह व्यक्त किया जा रहा था. आखिर पुलिस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी और आरोपियों को धरदबोचा.

फोन कॉल ने खोला राज

मृतक जीशान गौस मोहम्मद शेख चार दिन पहले यात्री ऑटो में भंडारा से धारगांव जा रहा था. सफर के दौरान कोई उसे फोन कर गाली-गलौज कर रहा था. इसे कार में बैठे यात्रियों ने साझा किया. जब पुलिस ने कॉल सूची में नंबरों की जांच की तो पता चला कि किसकी ओर से कॉल आई थी.इसी आधार पर एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया.उसके कबूलनामे के बाद, एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया.