
भंडारा. नगर परिषद की ओर से 26 दिसंबर को पूरे जोर शोर से अतिक्रमण हटाने की मुहिम चलाई गई.इस दौरान 40 से 45 छोटी मोटी दुकानों और उसकी सामग्री को जब्त किया गया. एक दुकान का कुछ भाग तोड दिया गया. नगर परिषद की ओर से चलाई गई अतिक्रमण विरोधी मुहिम ने शहर में अतिक्रमणकर्ताओं में डर का माहौल पैदा किया.यह मुहिम आगे भी जारी रहने की संभावना है.
बताया जा रहा है कि इस कार्रवाई के पूर्व नगर परिषद की ओर से 125 अतिक्रमणकारियों को उनके अतिक्रमण हटाने के नाटीस जारी किए गए थे.इस कार्रवाई के दौरान कही भी विरोध होने की जानकारी नहीं मिली. सिर्फ एक स्थान पर तोडू दस्ते का यह कहकर विरोध किया गया कि उनके पास नगर परिषद की एग्रीमेंट की प्रति है. तब उसे समझाया गया कि एग्रीमेंट सडक पर अतिक्रमण करने का नहीं किया गया है.
लगभग आधी नप उतरी मुहिम में
नगर परिषद के अधिकारी कर्मचारी 26 दिसंबर को पूरे जोश में थे.सुबह 9 बजे ही त्रिमूर्ति चौक में जा पहुंचे और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी.यह कार्रवाई मुस्लिम लाइब्रेरी तक की गई.इस कार्रवाई में नगर परिषद के मुख्याधिकारी विनोद जाधव, नगर रचनाकार मुकेश कापसे, निखिल कांबले, अनिकेत दुर्गावडे,टैक्स विभाग के अधिकारी भागवत काले,विधि अधिकारी प्रविण वायाड,कनिष्ठ अभियंता अतुल पाटील, विदयुत अभियंता महेश दुपारे,प्रशासकीय अधिकारी गणेश मुडे,शिक्षाधिकारी स्वप्निल इंगोले, संग्राम कटकवार,फायर अधिकारी फाल्गुन वाढई,तोडू दस्ते के मिथुन मेश्राम, जलापूर्ति विभाग के प्रशांत गणवीर और 50 से अधिक कर्मचारी उपस्थित थे.इसके अलावा पुलिस निरीक्षक सुभाष बारसे,यातायात पुलिस के निरीक्षक शिवाजी कदम, कोहले,महावितरण और राजस्व विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.
कार्रवाई कम,डर का माहौल अधिक
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई भले ही त्रिमूर्ति चौक से लेकर मुस्लिम लाइब्रेरी तक की गई है.लेकिन डर का माहौल पूरे शहर में फैला हुआ है.लोग इसी डर के कारण स्वयंपूर्त अतिक्रमण हटा रहे है.शहर में किसी ने अफवाह फैला दी कि यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक के आदेश पर शुरू की गई है.इससे तोडू दस्ते की राह आसान हो गई है.
पहले कार्रवाई, बाद में जानकारी
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई सोमवार को दिन भर चली. इसके पूर्व अतिक्रमणकर्ताओं को नोटीस दिए जाने चाहिए थे. लेकिन सिर्फ 125 लोगों को ही नोटीस दिए गए.अनेक दुकानदारों ने बताया कि उन्हे नोटीस नहीं मिले हैलेकिन वह अतिक्रमण हटा रहे हे.इस कार्रवाई पर अनेक दुकानदारों ने नाराजगी भी व्यक्त की है.नगर परिषद के मुख्याधिकारी जाधव ने सोमवार को शहर के कुछ इलाके में जाकर अतिक्रमण हटाने में सहयोग करने की अपील की है. इतना ही नहीं तो घंटागाडी से सोमवार को दोपहर बाद अलाउंस कर अतिक्रमण हटाने की अपील की जा रही थी.इस पर भी नागरिको ने नप की कार्रवाई पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
हजारों लोग हो गए बेरोजगार,सडकें चमकी
इस कार्रवाई से हजारों लोगों की रोजी रोटी छीन ली गई. लोग बेरोजगार हो गए है. कई लोगों ने कर्ज लेकर अपना व्यवसाय आरंभ किया था.उनके सामने अब कर्ज चुकाने और परिवार पालने की चुनौती निर्माण हो गई है. लगभग आधा शहर अतिक्रमण से मुक्त हो गया है. इस कारण शहर की सडकें सुंदर और चौडी दिखाई दे रही है.