जिले में आंधी तूफान के साथ बेमौसम झमाझम बारिश ने दी दस्तक

    Loading

    भंडारा. मौसम विभाग ने घोषित किया था कि 9 से 11 जनवरी के बीच जिले में आंधी तुफान के साथ बेमौसम झमाझम बारिश होने की चेतावनी दी थी. मौसम विभाग का अंदाज यह सही साबित हुआ है. एवं रविवार 9 जनवरी को जिले में बेमौसम झमाझम बारिश ने दस्तक दी. 

    बेमौसम बारिश की वजह से चना, गेहुं, तुअर, साग सब्जी एवं धान का नुकसान हुआ है. पहले ही किसान महंगाई की मार झेल रहा है एवं उसमें भी रविवार को हुई बेमौसम बारिश से किसानों की कमर तोड दी है. 

    रबी फसल, सब्जी भाजी संकट में 

    रविवार को शाम के दौरान अचानक मौसम ने करवट बदली एवं बेमौसम आंधी तुफान के साथ झमाझम बारिश ने दस्तक दी. हुई बेमौसम बारिश की वजह से भंडारा तहसील के साथ लाखनी, साकोली, पवनी, लाखांदूर, मोहाडी एवं तुमसर परिसर में रबी फसल के साथ सब्जी भाजी की फसल भी संकट में आयी है. 

    बीमारी फैलने की शक्यता 

    बेमौसम बारिश एवं बदरिला वतावरण की वजह से बीमारी फैलने की शक्यता निर्माण हुई है. बदरिला वातावरण से बुखार, सर्दी, खांसी के साथ अन्य बीमारी हो रही है. पहले ही कोरोना का संकट है. ऐसे में सर्दी, खांसी, बुखार बीमारी से नागरिकों में डर का वातावरण निर्माण हुआ है.

    मच्छरों का बढेगा आतंक 

    रविवार को हुई बेमौसम बारिश के कारण जगह जगह पानी जमा होने से मच्छरों का आतंक बढेगा. इस कारण डेंगु, मलेरिया, उल्टी, दस्त की बिमारियां बढ सकती है. जिससे नागरिकों में डर का वातावरण निर्माण हुआ है.

    बारिश की वजह से हुआ जनजीवन प्रभावित 

    रविवार को शाम में जबरदस्त बारिश के बाद सोमवार को भी लगभग पूरे दिन बारिश का माहौल बना रहा एवं रुक-रुक कर बारिश होती रही. बारिश की वजह से जनजीवन प्रभावित हुआ. इसका सबसे ज्यादा खामियाजा सड़क किनारे अपनी छोटी दुकानों को लेकर बैठे हुए फल एवं अन्य वस्तुओं के विक्रेताओं को उठाना पड़ा. अपने पेट की गर्मी को शांत करने के लिए रोजगार कर रहे परिश्रमी लोग ठंड और बारिश से संघर्ष कर रहे थे.

    दिन में ही रात होने का दिखायी दे रहा था

    सोमवार को भंडारा शहर में सुबह से शाम तक बादल छाए हुए थे. जिससे दिन में ही रात होने का दिखायी दे रहा था. ठंड लग रही थी. घरों में होनेवाले नागरिकों ने अलाव जलाते हुए बैठे दिखायी दे रहे थे. 

    बारिश आने के आसार 

    जिले में सोमवार को भंडारा तहसील के साथ तुमसर, मोहाडी, लाखनी, साकोली, पवनी, लाखांदूर में दिन भर बादल छाए हुए थे. समाचार लिखे जाने तक बारिश आने के आसार दिखायी दे रहे थे.