पहली दिवाली के उपलक्ष्य में ग्रामीणों ने किया 18 दामाद एवं बेटीयों का सम्मान

    Loading

    • 53 वर्षों से सोनी वासियों की परंपरा 

    लाखांदूर. नए शादी शुदा दंपती की उसी वर्ष ससुराल के परिजनों द्वारा पहली दीवाली के उपलक्ष्य में दामाद एवं बेटी के सम्मान का रिवाज है. हालांकि इस रिवाज का सभी ओर केवल ससुराल के लोगों द्वारा अनुपालन किया जाता है. 

    किंतु लाखांदूर तहसील के सोनी वासियों ने पिछले 53 वर्षों से गाव के नई शादी शुदा दंपती का दिवाली के उपलक्ष्य में सामुहीक सम्मान के तहत कुल 18 दंपती का ग्रामीणों द्वारा सम्मान किया गया. उक्त कार्यक्रम 6 नवंबर को तहसील के सोनी में परिवर्तन व संमिश्र क्रिडा मंडल एवं स्थानीय ग्रामीणों द्वारा आयोजित किया गया था. 

    प्राप्त जानकारी के अनुसार सामाजिक रितिरिवाजों के अनुसार नई शादी हूए दंपती की पहली दीवाली ससुराल में मनाए जाने की परंपरा का पिछले अनेक वर्षों से ग्रामीण क्षेत्र में अनुपालन किया जा रहा है. जिसके अनुसार नई शादी हूए दंपती पहली दीवाली ससुराल में मनाने के लिए जाने पर ससुराल के परिजनों द्वारा दामाद एवं बेटी को नए वस्त्र एवं अन्य कुछ सामग्री सम्मान के तहत दिए जाते है. 

    उक्त सम्मान केवल ससुराल के परिजनों तक ही सिमित होने से नए दामाद की पर्याप्त पहचान समाज में नहीं होने की चर्चा है. समाज के सबंध नागरिकों में नए दामाद एवं बेटी की पहचान बनाने के लिए पिछले 53 वर्ष पुर्व स्थानीय सोनी के तत्कालीन ग्रापं सरपंच बलीराम नखाते द्वारा स्थानीय सोनी में पहली दीवाली मनाने पहुंचे सभी नए दामाद एवं बेटी का स्वयं के घर में सम्मान करना शुरु किया. जिससे गाव के लोगों में नए दामाद एवं बेटी की समाज में नई पहचान बनाई गई. 

    इस समाज उपयोगी कार्य से प्रेरणा लेकर स्थानीय सोनी के ग्रामीणों ने हर वर्ष स्थानीय सोनी गाव के बेटी से शादी हूए नए दंपती के पहली दिवाली के उपलक्ष्य में ग्रामीणों द्वारा सम्मान किया जाता है. हालांकि इस वर्ष के दीवाली में सोनी वासियों द्वारा कुल 18 नए दंपतीयों का सम्मान किया गया है. जिसमें 3 दंपती गाव के ही मुल निवासी होने की जानकारी दी गई है. 

    इस बीच स्थानीय सोनी में आयोजित नए दंपती सम्मान समारोह के दौरान प्रा. युवराज मेश्राम,  विमुस अध्यक्ष अविनाश कुथे, ग्रापं सदस्य तुषार एंचिलवार, मंगेश सुखदेवे, रुपा वसाके, रेखा गावतुरे, अंगणवाडी कार्यकर्ती करिष्मा उइके, अरुण माकडे, रामकृष्ण कुंभले सहित अन्य अतिथि उपस्थित थे. 

    इस दौरान नए दंपती के सम्मान के लिए आयोजित कार्यक्रम की प्रस्तावना भुषण चित्रिव ने रखी. जबकी कार्यक्रम का संचालन पुरुषोत्तम माकडे किया. आभार स्वप्नील येवले ने माना. कार्यक्रम में सोनी गाव के बडी संख्या में महिला पुरुष एवं नागरिक उपस्थित थे.