murder
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भंडारा. गत 15 दिनों में हुई 2 हत्याओं से शहर में सनसनी फैल गई है. सोमवार को दोपहर 2 बजे शहर की घनी बस्ती शुक्रवारी में गुंडों ने सूरज यादव को मौत के घाट उतार दिया. हत्या के बाद हत्यारे फरार हो गए. बताया जाता है कि मृतक को सड़क किनारे घेरा गया और उसके गले एवं पेट पर चाकू से कई वार किए गए. उसकी घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गयी. जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.

बताया जाता है सूरज शुक्रवारी में किराए के घर में रहता था. कंपनी में ठेकेदारी पद्धति पर कार्यरत था. हत्या की वजह का पता नहीं चल पाया है. डीवायएसपी रिना जनबंधु ने मौके पर भेंट दी. मामले की जांच थानेदार लोकेश काणसे कर रहे है. पूरे जिले की सुरक्षा व्यवस्था का नीति निर्धारण व कार्यान्वयन भंडारा शहर से होता है. लॉकडाउन की स्थिति में शहर में पुलिस पेट्रोलिंग जारी रहती है. सभी तामझाम के बावजूद हफ्तेभर पूर्व भंडारा पुलिस स्टेशन के सिर्फ 100 मीटर की दूरी पर मामूली बात को लेकर हुए विवाद में एक युवक ने दूसरे की जान ली.

इस मामले में हत्यारों ने पुलिस में आत्मसमर्पण कर दिया था. शहर के व्यस्ततम इलाके में हुई हत्या की वारदात से शहर के सुरक्षित होने के दावे पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया था. माना जा रहा है कि शहर में अपराधिक प्रवृत्तियों ने सिर बाहर निकाला है. जुआ, सट्टा पट्टी, गांजा एवं ड्रग्ज सप्लाई से लेकर दंबंगाई ने लोगों को जीना-हराम कर दिया है. सरकारी जमीन, सड़क को जबरन हड़प कर दबंग अपने दम पर दूकान लगवाने का काम कर रहे हैं. अवैध कारनामों को रोकने पुलिस एवं स्थानीय प्रशासन भी हिम्मत नहीं जुटा पाती है.