Sudhir Mungantiwar
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    महाराष्ट्र: हाल ही में आयी बड़ी खबर के मुताबिक, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के बयान से महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद एक बार फिर भड़क सकता है। गौरतलब हो कि बसवराज बोम्मई ने सांगली जिले के जाट तालुका में 40 गांवों का दावा किया है। इस सीमा विवाद के चलते बोम्मई ने कहा है कि महाराष्ट्र जाटों के 40 गांवों के संकल्प पर गंभीरता से विचार करे। दूसरी ओर बोम्मई के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने एक बार फिर कांग्रेस और पंडित जवाहरलाल नेहरू की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र कर्नाटक सीमावाद पंडित जवाहरलाल नेहरू की देन है। मुनगंटीवार के बयान से कांग्रेस के अब आक्रामक होने के आसार हैं। आइए जानते है महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद को लेकर बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने क्या कहा… 

    मुनगंटीवार ने कहा… 

    उन्होंने इस बारे में बात करते हुए कहा कि महाराष्ट्र कर्नाटक सीमावाद पंडित जवाहरलाल नेहरू की देन है। लेकिन सीमा का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में है। इसलिए अगर किसी ग्राम पंचायत ने कोई प्रस्ताव पारित किया है तो भी इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। फैसला सुप्रीम कोर्ट करेगा। कर्नाटक में कई ग्राम पंचायतें हैं, जो महाराष्ट्र आना चाहती हैं। तो उनका क्या? मुनगंटीवार ने भी यह सवाल पूछा है। ऐसे में स सीमा विवाद ने फिर से तूल पकड़ लिया है। 

    ये मुख्यमंत्री का दावा… 

    कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सांगली जिले में जाट तालुका के 40 गांवों का दावा किया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने खुलासा किया था कि सांगली जिले के जाट तालुका के 40 गांव पानी के मुद्दे पर कर्नाटक में शामिल होना चाहते हैं। उसके बाद अब उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र को इन 40 गांवों के समाधान पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, अब इसे लेकर कई राजनीतिक पार्टी के नेता अपनी प्रतिक्रिया दे रहे है। 

    क्या विवाद भड़केगा?

    सिंध सरकार ने महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा मुद्दे को हल करने के लिए एक समिति का गठन किया है। इस कमेटी के गठन के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने यह बयान दिया है। ऐसे में एक बार फिर से सीमा विवाद के भड़कने की आशंका जताई जा रही है। फ़िलहाल इस मामले की चर्चा महाराष्ट्र के हर कोने में हो रही है।