
मुंबई: देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) से लाखों लोगों के पीड़ित होने के बीच ब्लैक फंगस (Black Fungus) का खतरा लगातार मंडरा रहा है। देश के कई राज्यों में अब तक खतरनाक ब्लैक फंगस के मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर में सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए महाराष्ट्र (Maharashtra) में भी ब्लैक फंगस का डर सताने लगा है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई में ब्लैक फंगस की चपेट में आए तीन बच्चों की आंख निकालनी पड़ी। ये तीनों बच्चे पहले कोरोना पॉज़िटिव हुए थे लेकिन बाद में रिकवर हो चुके थे।इसके बाद उनमें ब्लैक फंगस के लक्षण दिखाई दिए। बताया जा रहा है कि, इन तीनों बच्चों का इलाज मुंबई के ही एक निजी अस्पताल में चल रहा था। इन बच्चों की उम्र 4 साल, 6 साल और 14 वर्ष है।
रिपोर्ट में डॉक्टर्स के हवाले से बताया गया है कि, तीनों बच्चों में से 4 और 6 साल के दोनों बच्चों में डायबिटीज के लक्षण नहीं हैं जबकि 14 साल की लड़की में डायबिटीज के लक्षण पाए गए हैं। डॉक्टर्स ने बताया कि, 14 साल की लड़की डायबिटीज का शिकार हुई थी, उसकी हालत ठीक नहीं थी और अस्पताल में भर्ती होने के 48 घंटे के भीतर ब्लैक फंगस के लक्षण दिखने लगे। इलाज के दौरान लड़की की आंख को हटाना पड़ा। गनीमत यह रही कि, इंफेक्शन उसके फिलहाल दिमाग तक नहीं पहुंचा था।
ब्लैक फंगस संक्रमण को जल्दी पकड़ने की जरूरत होती है क्योंकि यह आक्रामक है। मस्तिष्क तक पहुंचने से रोकने के लिए इलाज समय पर करने की जरूरत होती है।