ARREST
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    बुलढाना. लोणार की आईटीआई में पढ़ाई कर रहे 19 वर्षीय छात्र कैलाश गायकवाड़ ने छात्रावास के छात्रों द्वारा की गई रैगिंग व शिक्षकों द्वारा किए गए अपमान से दुखी होकर आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में आठ व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. जिनमें से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जबकि, तीन नाबालिग होने के कारण उन्हें सूचना देकर छोड़ दिया गया.

    आठवां आरोपी घटना के दिन से फरार था, जिसे पुलिस ने शेगांव – पंढरपुर महामार्ग पर पीछा कर दबोच लिया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार लोणार आईटीआई के छात्र कैलाश को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में कैलाश के मामा योगेश की शिकायत पर लोणार पुलिस में मामला दर्ज किया गया है. 

    3 नाबालिग को छोड़ा

    इस मामले से जुडे चार आरोपियों को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार किया था. बाकी तीन आरोपी नाबालिग होने के कारण उनका बयान लेकर पुलिस प्रशासन ने उन्हें छोड़ दिया. इस मामले में आठवे आरोपी आईटीआई के शिक्षक अनील कुमार काले घटना के दिन से फरार था. जिसकी तलाश पुलिस द्वारा की जा रही थी. यह सारा मामला मृतक कैलाश की आत्महत्या के बाद सोशल मीडिया पर कैलाश व मामा योगेश की बातचीत का ऑडियो वायरल होने से फैल गया. आरोपी अनिल कुमार पुलिस की गिरफ्त से बाहर होने के कारण पुलिस प्रशासन पर दबाव बढ़ता जा रहा था. 

    खेत में था छिपा

    इस बीच 26 जनवरी की रात 9 बजे के दौरान आरोपी चिंचोली परिसर के एक खेत में छिपा होने की जानकारी पुलिस के विशेष दल को मिली. इस जानकारी के आधार पर रविंद्र बोरे, कृष्ण निगम, अनिल शिंदे, विशाल धोंडगे आदि ने चिंचोली गांव परिसर के इलाके में एक खेत में छापा मारा. लेकिन इस बात की भनक लगने से आरोपी अनिल कुमार अंधेरे का लाभ उठाते हुए घटना स्थल से फरार हो गया. जिसके बाद पुलिस ने शेगांव – पंढरपुर मार्ग पर नाकाबंदी की. इस दौरान आरोपी एक कार में दुबकर जिला छोड़ने की फिराक में होने की जानकारी मिली. जिस पर पुलिस ने आरोपी के वाहन का पीछा कर आरोपी को दबोच लिया.