Bribery
रिश्वतखोरी

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    बुलढाना. चुनाव के खर्च का प्रमाण पत्र देने के लिए 5 हजार रू. की मांग करने वाले लिपिक रामेश्वर कराले को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने रंगे हाथ धरदबोचा. यह कार्यवाही सोमवार की देर शाम देउलगांव राजा तहसील परिसर में की गई. जिससे राजस्व विभाग के कर्मचारियों में खलबली मच गई.

    मिली जानकारी के अनुसार देउलगांव राजा तहसील के ग्राम गोरेगांव निवासी शिकायतकर्ता ने दिसंबर 2022 में गांव में हुए ग्रापं चुनाव में किसान ग्राम विकास पैनल की ओर से नामांकन दिया था. हर उम्मीदवार को चुनाव का खर्चा देने के आदेश चुनाव निर्णय अधिकारी ने दिए थे.

    जिसके चलते शिकायतकर्ता ने 4 जनवरी को अपने पैनल के 8 उम्मीदवारों के चुनाव का खर्चा लिपिक रामेश्वर कराले को दिया, किंतु रामेश्वर ने शिकायतकर्ता को पैनल में बचे 2 उम्मीदवारों के चुनाव का खर्चा देने की मांग की. साथ ही हर एक उम्मीदवार के लिए 500 खर्चा इस प्रकार 10 उम्मीदवारों के लिए 5 हजार रू. की मांग की. जिसके बाद चुनाव खर्च का प्रमाण पत्र देने की बात लिपिक रामेश्वर ने कही.

    रिश्वत देने की इच्छा नहीं होने के कारण इस बात से दुखी होकर शिकायतकर्ता ने एंटी करप्शन ब्यूरो के समक्ष शिकायत दर्ज कराई. इस बात की जांच एसीबी विभाग ने पंच के समक्ष की. जिसके बाद 9 जनवरी को जाल बिछाकर लिपिक कराले को तहसील कार्यालय में ही रंगे हाथ धरदबोचा गया. यह कार्रवाई एंटी करप्शन ब्यूरो के पुलिस उप अधीक्षक संजय चौधरी के मार्गदर्शन में विलास साखरे, राजू क्षीरसागर, अतरोद्दीन काजी, चालक नितिन शेटे ने की.