बुलढाना. जिले में किसानों द्वारा बुआई करने के बाद बीज अंकुरित न होने की शिकायतें मिल रही है. बोए गए बीजों से फसल न निकलने के कारण किसानों पर दुबारा बुआई का संकट आया है. इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए किसान नेता रविकांत तुपकर के नेतृत्व में जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में किसानों द्वारा बैठा आंदोलन किया गया. जून अंत तक पर्याप्त बारिश नहीं हुई है. जिससे किसान चिंतित है. एक ओर बारिश का अभाव तथा दूसरी ओर नकली बीज के कारण किसानों को फिर बुआई करनी पड़ेगी. किसानों को नुकसान भरपाई दी जाए अन्यथा नकली बीज उत्पादक कंपनियों के गोदाम जलाने की चेतावनी रविकांत तुपकर ने दी.
नियमों का उल्लंघन
जिला कृषि अधिकारी कार्यालय के प्रवेश द्वार पर सूचना लिखी है कि कार्यालय में सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क अनिवार्य है लेकिन जो बैठा आंदोलन किया गया उसमें नियमों का उल्लंघन दिखाई दिया. रविकांत तुपकर सहित जिला कृषि अधिकारी नरेंद्र नाईक, विदर्भ अध्यक्ष राणा चंदन, जिलाध्यक्ष शेख रफीक शेख करीम सहित अन्य पदाधिकारियों ने सरकारी आदेश का पालन न करते हुए मास्क भी नहीं पहना.
एक बीज कंपनी पर मामला दर्ज
किसानों की आक्रमकता देखते हुए कृषि विभाग द्वारा चिखली पुलिस थाने में रात के समय ग्रीन गोल्ड कंपनी के खिलाफ भादंवि की धारा 420, बीज अधिनियम 6 (ब), 7 (ब) नियम 1968 की धारा 23 (ड) के तहत मामला दर्ज किया गया है. चिखली एमआईडीसी में स्थित कंपनी के गोदाम को सील किया गया तथा ग्रीन गोल्ड कंपनी को राज्य में पाबंदी लगाने की सिफारिश बुलढाना कृषि विभाग की ओर से राज्य सरकार से की गयी है. प्रशासन द्वारा किसानों को नकली बीज देनेवाली कंपनी पर कार्रवाई किए जाने के बाद मध्यरात्रि के समय आंदोलन वापस लिया गया. तब तक जिला कृषि अधीक्षक नरेंद्र नाईक और कर्मचारी कार्यालय में उपस्थित थे.