6 fever clinic started, check on fever, cold: Modak

शेगांव. सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं पर करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद सामान्य नागरिकों को सेवा नहीं मिल पाती. यही हाल शेगांव के सईबाई मोटे उपजिला सामान्य अस्पताल का भी है. जिसमें मरीज़ों की जान

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शेगांव. सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं पर करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद सामान्य नागरिकों को सेवा नहीं मिल पाती. यही हाल शेगांव के सईबाई मोटे उपजिला सामान्य अस्पताल का भी है. जिसमें मरीज़ों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है. अस्पताल से जुड़ी समस्याओं के चलते स्थानीय कांग्रेस अल्पसंख्यक सेल के उपजिलाअध्यक्ष फिरोज़ खान ने स्वास्थय मंत्रालय से लेकर स्वास्थ्य संचालक तक सभी से लिखित रूप में शिकायत की है.

जिसमें कहा गया है कि सेवा दे रहे अधिकतम कर्मचारी अपनी सेवाओं के नाम पर केवल खानापूर्ति करते दिखाई दे रहे हैं. जिन कर्मचारियों की ड्यूटी सुबह ९ से १बजे तक है वह कभी ११ बजे तो कभी १२ बजे अस्पताल में आते है. कुछ तो अपडाउन में ही अपनी सेवा दे रहे हैं. और कुछ बिना छुट्टी की अर्जी दिये छुट्टी मनाते है इतना ही नहीं यहां की वैद्यकीय अधीक्षक डा.अश्विनी बढे मैडम और उनके पति डा. प्रशांत बढ़े जो कि यहां के एक मात्र बालरोग तज्ञ उन का भी वही हाल है. दोनो अपने निजी अस्पताल में सेवा देने में व्यस्त रहते है अतः अपने अस्पताल का पूरा कामकाज निपट कर आते हैं.

ई.सी.जी. विभाग के कर्मचारी जो बार बार एक निजी व्यक्ति को कुछ रुपये देकर अपनी ज़िम्मेदारी छोड़ कर जाते है. जिस के पास न कोई डिग्री है न कोई अनुभव. यहां आने वाले मरीज़ उसे अस्पताल का कर्मचारी समझ कर ई.सी.जी निकलवाते है. दि गई शिकायत में यह भी कहा गया है की १५ दिनों के अंदर मामले की जांच एवं कार्रवाई नहीं हुई तो लोकशाही मार्ग से आंदोलन किया जाएगा.