लोणार. लोणार तहसील के पिंपलखुटा परिसर में तेंदुआ दिखाई देने से परिसर में भय का वातावरण निर्माण हुआ है. पिंपलखुटा गांव तकनीकी ज्ञान क्षेत्र द्वारा विकसीत खेती किए जाने के रूप में पहचाना जाता है. परिसर
लोणार. लोणार तहसील के पिंपलखुटा परिसर में तेंदुआ दिखाई देने से परिसर में भय का वातावरण निर्माण हुआ है. पिंपलखुटा गांव तकनीकी ज्ञान क्षेत्र द्वारा विकसीत खेती किए जाने के रूप में पहचाना जाता है. परिसर के किसान नेटशेड में खेती करते है. जिसके कारण अनेक किसान बंधुओं का निवास खेतों में ही है. इसी के साथ अनेक गांवों के सैंकड़ों मजदुर भी मजदूरी हेतु खेतों में जाते है. इस परिसर में शाम के समय किसान गणेश मापारी यह अपने खेत की ओर जा रहे थे.
इस दौरान उनके सामने कुछ ही दूरी पर उन्होंने एक तेंदुआ देखा. किसान मापारी ने समय रहते किसी प्रकार अपना होश संभाल कर छुपते हुए तेंदुए से बचाव किया. पश्चात कुछ दूरी पर पहुंचकर मापारी ने भ्रमणध्वणी के माध्यम से गांव के अन्य किसानों को सतर्क किया. उक्त घटना के पश्चात दूसरे दिन भी तेंदुए के पैर के निशान परिसर के खेतों में देखे गए. उक्त तेंदुए के मुक्त संचार के कारण परिसर के किसान व मजदूरों के साथ ही अन्य नागरीकों में भय का वातावरण निर्माण हुआ है. इस संदर्भ में वन विभाग को जानकारी देने का प्रयास किया गया लेकिन बीट आफिसर का मोबाईल बंद होने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो पाया.