Child sentenced to 10 years imprisonment for culpability

बुलढाना. ‘न्यायालय अपने घर पर’ इस मिशन को सफल बनाने के लिए 1 अक्टूबर से घूमता न्यायालय उपक्रम की शुरुआत होने जा रही है. इसके तहत न्यायालय गांव-गांव जाकर लोगों को न्यायदान करेगा. इस घूमते

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बुलढाना. ‘न्यायालय अपने घर पर’ इस मिशन को सफल बनाने के लिए 1 अक्टूबर से घूमता न्यायालय उपक्रम की शुरुआत होने जा रही है. इसके तहत न्यायालय गांव-गांव जाकर लोगों को न्यायदान करेगा. इस घूमते न्यायालय से लोगों को आपस में चलने वाले न्यायालयीन मामलों के निपटारे के लिए काफी मदद होगी.

खामगांव तहसील के शेलगांव बाजार में 1 अक्टूबर को इस घूमते न्यायालय की शुरूआत होगी. तत्पश्चात 3 अक्टूबर को टेंभूर्णा में यह घूमता न्यायालय फौजदारी तथा दिवानी मामलों का निपटारा करेगा. 4 को जलंब, 5 को मनसगांव, 6 को वरवट बकाल, 9 को आसलगांव, 10 को निमगांव, 11 को धरणगांव, 12 को यह घूमता न्यायालय दाताला पहुंचेगा.

घाटी के नीचे बसी तहसीलों में न्यायदान करने के पश्चात यह न्यायालय घाटी के उपर बसी छह तहसीलों में पहुंचेगा. इसके तहत 17 को धाड, 19 को वरवंड, 20 को अमडापूर, 22 को रायपूर, 23 को जांभोरा, 24 को देऊलगांवमही, 25 को दूसरबीड, 26 को हिरडव, 29 को किनगावजट्टू, 30 को खंडाला देवी तथा 31 अक्टूबर को जानेफल में यह न्यायालय पहुंचकर न्यायदान करने का काम करेगा.

लंबित फौजदारी मामले की होगी सुनवाई
इस दौरान यह घूमता न्यायालय लंबित फौजदारी तथा दिवाणी मामलों की सुनवाई होगी, जिसमें वरिष्ठ नागरिक, बाल संरक्षण कानून, आईपीसी, महिला संरक्षण, बाल कामगार, शिक्षा का अधिकार, मानवी अधिकार, दहेज प्रतिबंधक कानून, बाल विवाह, पारिवारिक हिंसा ऐसे मामलों में न्यायिक प्रक्रिया पूरी की जाएंगी. खास बात यह कि, इस घूमते न्यायालय के माध्यम से पूरे जिले में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का भी संदेश दिया जाएगा.