Jitendra Ahwad and Rajesh Tope

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    मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) की गिरफ़्तारी के बाद उनके विभागों का कामकाज ठप है। ऐसे में सोमवार को एनसीपी के अध्यक्ष और आघाडी सरकार के किंगमेकर शरद पवार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) से फोन पर बातचीत की। शरद पवार ने नवाब मलिक से इस्तीफा नहीं लेने का फैसला किया है, लेकिन उनके विभाग का काम दूसरे मंत्रियों को देने की सिफारिश की है। ताकि नवाब की गिरफ़्तारी के बाद विकास कार्यों पर इसका असर न हो। 

    सूत्रों के मुताबिक़, पवार ने मुख्यमंत्री ठाकरे से नवाब के अल्पसंख्यक विभाग का भार गृह निर्माण मंत्री जितेन्द्र अहवाड (Jitendra Ahwad) और कौशल्य विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Rajesh Tope) को दिए जाने की सिफारिश की है।  बीजेपी लगातार आघाडी सरकार से नवाब से इस्तीफे की मांग कर रही है, लेकिन एनसीपी ने नवाब से इस्तीफा नहीं लेने का फैसला किया है। ऐसे में अब बिना विभागों के बावजूद नवाब कैबिनेट मंत्री बने रहेंगे। 

    शरद पवार ने की थी एक ख़ास बैठक

    हाल ही में शरद पवार ने अपने पार्टी के प्रमुख नेताओं और मंत्रियों के साथ एक ख़ास बैठक की थी। जिसमें नवाब के विभागों को दूसरे मंत्रियों को देने पर मंथन हुआ था। मलिक के पास गोंदिया और परभणी के पालकमंत्री का  भी कार्यभार है। ऐसे में अब कैबिनेट मंत्री धनंजय मुंडे को परभणी का और राज्य मंत्री प्राजक्त तानपुरे को गोंदिया के पालक मंत्री का प्रभार दिया जाएगा। वहीं मुंबई एनसीपी अध्यक्ष पर राखी जाधव और नरेन्द्र राणे के रूप में दो वर्किंग प्रेसिडेंट नियुक्त करने का फैसला लिया गया है।