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    • समय देकर कराए पर्यटन, ताडोबा क्षेत्र संचालक का निर्णय  

    चंद्रपुर. ताडोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प में पर्यटन हेतु कोरोना के संदर्भ में अंमल में लाए जानेवाले नियमों को अधिक सक्ति से लागु किया जायेगा. इस बीच जिप्सी के समय को विभाजित कर पर्यटकों की भीड पर नियंत्रण लाने का प्रयास किया जा रहा है. निश्चित समय के आधा घंटा पहले ही अब ताडोबा में प्रवेश दिए जाने की सहुलियत दी गई है. 

    विदर्भ में पुन: एक बार कोरोना का संक्रमण फैल रहा है. ताडोबा में सैलानियों की भीड दिनोंदिन बढती जा रही है. ताडोबा प्रकल्प में एक साथ भीड पर नियंत्रण पाने के लिए तत्काल उपाययोजना करने का निर्णय वनसंरक्षक व क्षेत्र संचालक डा. जितेंद्र रामगांवकर ने लिया है. इस निर्णय का सभी पर्यटकों की ओर से स्वागत किया जा रहा है.

    जिन सफारी वाहनों में 6 पर्यटक है ऐसे वाहनों में निश्चित समय के आधे घंटे पहले ताडोबा में पर्यटन हेतु प्रवेश कर सकते है. इसी तरह लौटने के निश्चित समय से आधे घंटे पहले लौटना होगा. जिससे भीड नियंत्रण में रहेगी. बिना मास्क के किसी को जंगल में प्रवेश नही दिया जायेगा. बिना मास्क के पर्यटक पाए जाने पर 1000 रूपए जुर्माना वसुला जायेगा. 

    ताडोबा के प्रवेशद्वार पर सभी पर्यटकों का थर्मल स्कैनिंग किया जायेगा. सफारी के जिस्पी वाहन को सैनटराईज किया जायेगा यह अनिवार्य है. सफारी के दौरान एक ही स्थान पर वाहनों की भीड दिखाई देने पर जिप्सी चालक व पर्यटकों पर नियमाअनुसार कार्रवाई की जायेगी. सभी नियमों को सक्ति से अंमल में लाने की जानकारी निर्देश पत्र में दी गई है. सूचनाओं का उल्लंघन करने पर उचीत कार्रवाई किए जाने का इशारा डा. रामगांवकर ने दिया है. 

    ताडोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प का प्राकृतीक पर्यटन 1 अक्टुबर 2020 से नियमानुसार शुरू किया है. कोरोना संक्रमण के चलते यह पर्यटन केंद्र शासन, राज्य शासन, स्थानिय प्रशासन तथा राष्ट्रीय व्याघ्र संवर्धन प्राधिकरण द्वारा सूचित किए गए सावधानीयां बरतकर यह पर्यटन कराया जा रहा है. कोरोना संक्रमण के चलते वनकर्मचारी, गार्ड, जिप्सी चालकों को कोरोना का संक्रमण ना हो इसके लिए प्रतिबंधात्क उपाययोजना किए जाने की जानकारी क्षेत्र संचालक रामगांवकर ने दी है.