आग में वुडयार्ड का 40 हजार मी. टन लकड़ा राख, 24 घंटे बाद भी धधकती रही आग

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    करोड़ों का नुकसान

    बल्लारपुर. 22 मई की दोपहर लगभग 3 बजे तहसील के कलमना स्थित बल्लारपुर पेपर मिल के लकडा डिपो में लगी भीशण आग 24 घंटे बाद भी धधक रही है. नागपुर, वर्धा, चंद्रपुर और गडचिरोली जिले के स्थानीय निकायों तथा उद्योगों के लगभग 25 फायर फाईटर आग बुझाने में व्यस्त रही. रात भर अग्नीशामक दल की सायरना का आवाज तहसील भर में गूंजता रहा.

    चंद्रपुर आलापलली मार्ग पर बल्लारपुर से लगभग 11 किमी दूर कलमना ग्राम के पास स्थित बल्लारपुर पेपर मिल के 32 एकड क्षेत्र में फैले लकडा डिपो में से दाहिनी ओर स्थित 25 एकड क्षेत्र के प्लाट में लगी आग पर समाचार लिखे जाने तक काबू नहीं पाया जा सका है.

    22 मई को आग विकराल रुप धारण करने पर शम 5.30 बजे परिवहन बंद कर दिया गया. इस बीच फायर ब्रिगेड की गाडियों द्वारा सडक के दूसरी ओर स्थित 7 एकड क्षेत्र में स्थित लकडा डिपो में रखी लगभग 20,000 मीट्रिक टन लकडी बाजू में स्थित पेट्रोल पंप नेशनल हायवे का काम कर रही बालाजी इन्फ्राटेक मुंबई का कार्यालय तथा मशीनरी को बचाने का प्रया किया. रात लगभग 1 बजे परिवहन पूर्ववत किया गया. वाहनों को रोक देने की वजह से नागपुर से अहेरी जाने वाली बस को बल्लारपुर में रोक दिया गया. वहीं कुछ बसों को चंद्रपुर, जुनोना, पोंभूर्णा, गोंडपिपरी मार्ग से रवाना किया गया. ग्रीष्मकाल के दिन होने की वजह से यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. 

    घटना की रात में ही पूर्व वित्तमंत्री तथा क्षेत्रीय विधायक सुधीर मुनगंटीवार, जिलाधीश अजय गुल्हाने, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अतुल कुलकर्णी ने घटनास्थल को भेंट दी. आज 23 मई को चंद्रपुर के विधायक किशोर जोरगेवार, पुलिस अधीक्षक अरविंद सालवे घटनास्थल पर पहुंचे तथा नुकसान का जायजा लिया.

    विभिन्न क्षेत्र से आए फायर फाईटर कर्मी, राजस्व विभाग, पुलिस, बिजली विभाग के लगभग 300 कर्मचारी, तहसीलदार संजय राइंचवार, थानेदार उमेश पाटील, कोठारी के थानेदार तुषार चौहान के नेतृत्व में सारी रात आग बुझाने में व्यस्त रहे. आग बुझाने में व्यस्त कर्मचारी, अधिकारी तथा रात भर ट्राफिक जाम में फंसे यात्रियों केा पेपर मिल प्रबंधन, भाजपा, आप के कायकर्ता तथा सेव फारेस्टर सेव चंद्रपुर संस्था के सदस्यों द्वारा चाय पानी तथा नाश्ते का प्रबंध किया गया.

    समाचार लिखे जाने तक आग बुझाने हेतु फायर टेंडर द्वारा लगभग 300 टैंकर पानी उंडेला गया. पानी भरने हेतु बल्लारपुर पेपर मिल, पोद्दार इंटरनेशनल स्कूल, बामनी प्रोटीन बल्लारपुर, नगर पालिका बल्लारपुर, नगर पालिका राजुरा, जसवंतसिह, जोगी, खड्डा फैक्टरी की सहायता ली गई.

    40 हजार मीट्रक टन लडडा जला

    घटना में बल्लारपुर पेपर मिल का लगभग 40,000 मीट्रिक टन लकडा जलकर राख हो गया. जबकि आश्चर्यजनक रुप से पेट्रोल पंप को ज्यादा हानि नहीं हुई है. टैंक में जमा पेट्रोल, डीजल गैस पाइप से उड जाने से टैंक में विस्फोट नहीं हो पाया अगर ऐसा होता तो बडा नुकसान हो सकता था. फिर भी पेट्रोल, डीजल भरने की दोनों मशीनें जलकर खाक हो गयी. वहीं पेट्रोल पंप के एक ओर स्थित बालाजी इन्फोटेके कार्यालय में रखा ट्रक जलकर राख हो गया. वहीं दूसरी ओर स्थित बालाजी बांबू सप्लायरर्स के प्लाट पर रखे बांबू की आग समाचार लिखे जाने तक बुझ नहीं पाई थी.