बाघ के हमले में 7 बकरियों की मौत; गांववासियों में छाई दहशत, बाघ के बंदोबस्त की मांग

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    चंद्रपुर. गोंडपिपरी तहसील के तोहोगांव से तीन किमी अंतर पर स्थित आर्वी में बकरियों के झुंड पर बाघ ने हमला कर दिया जिसमें 7 बकरियों की मौत हो गई और अनेकों घायल हो गई है. यह घटना आज 9 अप्रैल के तडके 4 बजे घटी है. इस घटना से तोहोगांव और आर्वी परिसर में दहशत फैली है.

    गोंडपिपरी तहसील के तोहोगांव में 1 अप्रैल को गौशालापर बाघ ने हमला कर 6 जानवरों को मार दिया और अनेक जानवर गौशाला छोडकर जंगल की ओर भाग गए. 3 अप्रैल को गांव के माता मंदिर के पास बालू मोरे के गौशाला पर आधी रात को हमला कर बैल को मार दिया और दूसरे दिन घायल कर दिया. लगातार हो रहे बाघ के हमले से परिसर में दहशत फैली है. बाघ को पिंजरे में कैद करने की मांग ग्रामीणों ने की है. ग्रामीणों को शांत करने के लिए कोठारी के थानेदार तुषार चौहान, गोंडपिपरी के थानेदार राजगुरु, सहायक वनसंरक्षक पवार, धाबा वनाधिकारी बोबडे और वन कर्मचारियों की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया है.

    बाघ को कैद करने की मांग

    विधायक सुभाष धोटे, फिरोज पठान, प्रवीण मोरे, ग्रापं उपसरपंच सुभांगी मोरे, ग्रापं सदस्य उज्ज्वला ठेंगणे, वनिता रागिट, पौर्णिमा भोयर, नीलकंठ रागीट, बाबुराव झाडे, संतोष सावले, सुनिल वाघाडे, महेंद्र दुर्गे, मंगेश शेरकी, संजय बोपनवार,संजय सातपुते, बाला शेंडे, छाया मोरे, सुनंदा महाजन आदि ने की है. विधायक सुभाष धोटे ने कहा कि वनविभाग के अधिकारियों से संपर्क कर दहशत मचाने वाले बाघ को पिंजरे में कैद करने के आदेश दिए है. उसी प्रकार बिजली विभाग को रात के समय पर लोडशेडिंग न करने को भी कहा है. खेत में घुम रहे बाघ की वजह से पालतू जानवर और लोगों को खतरा है इसलिए तुरंत बाघ का बंदोबस्त करें अन्यथा तीव्र आंदोलन की चेतावनी फिरोज पठान ने दी है.

    तोहोगांव पहुंचे पवार

    सूचना मिलने पर सहायक वनसंरक्षक श्रीकांत पवार ने तोहोगांव को भेंट दी और संबंधितों को तुरंत नुकसान भरपाई के आदेश देकर. बाघ का बंदोबस्त, ट्रैप कैमरे की सहायता से उपाय योजना का आश्वासन दिया. उनके साथ धाबा के वनपरिक्षेत्र अधिकारी एस.जी. बोबडे,पी.ए. मडावी के साथ वनपाल, वनरक्षक की टीम थी. गांव में मुनादी, पोस्टर के माध्यम से जनजागृति की जानकारी वनपरिक्षेत्र अधिकरी बोबडे ने दी है.