दंगो के पीछे देश के सूत्र संभालने वालों की विचारधारा जिम्मेदार : शरद पवार

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    • सत्ता खोने से विरोधियों की मति भ्रष्ट

    चंद्रपुर/मूल. रांका अध्यक्ष शरद पवार ने यहां आरोप लगाया कि, अमरावती, नांदेड़, मालेगाव में आये दिन हो रहे जातीय संघर्ष तथा दंगों के पीछे देश की सूत्र संभाल रहे सत्ताधीशों की विचारधारा जिम्मेदार है. 

    मूल के क्रीड़ा संकुल मैदान में राष्ट्रवादी कांग्रेस के जिलास्तरीय सम्मेलन में बोलते हुए पवार ने कहा कि, देश के एक राज्य में कहीं संघर्ष होता है और उसे लेकर महाराष्ट्र के अमरावती तथा अन्य जिलों में दंगे भड़कना इस बात का स्पष्ट संकेत दे रहे है कि, इसके पीछे किस विचारधारा के लोग जिम्मेदार है. उन्होंने आगे कहा कि, महाराष्ट्र में सत्ता खो जाने से कुछ लोगों की मति भ्रष्ट हुई है, महाराष्ट्र में हो रहे दंगे इसी बात का परिचायक है.

    उन्होंने आगे कहा कि, देश के सामाजिक एकता को भंग करने का प्रयास कर रही ऐसी विचारधारा के लोगों के हाथ अब सत्ता नहीं जाने पाए. उन्होंने आगे कहा कि, देश मे तेल की कीमतें लगातार बढ़ रही है, कुछ लोग यह कह रहे है कि, तेल की बढ़ती कीमतों का गरीबों पर कोई असर नहीं होता है, जबकि वास्तविकता यह है कि, तेल की कीमतों से महंगाई बढ़ती है और उसका खामियाजा गरीबों को ही सर्वाधिक भुगतना पडता है. उन्होंने कहा कि, तेल की बढ़ती कीमतों से बढ़ती जा रही महंगाई की जिम्मेदारी से केंद्र सरकार टाल नहीं सकती है.

    पटेल ने साधा पटोले पर निशाना

    रांका नेता प्रफुल पटेल ने नाना पटोले का नाम न लेते हुए उनपर निशाना साधते हुए कहा कि, कुछ लोग राष्ट्रवादी कांग्रेस को उध्वस्त करने की भाषा बोल रहे है, लेकिन वे यह भूल गए है कि, महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी की स्थापना के पीछे सिर्फ शरद पवार की ही मुख्य भूमिका रही है, अगर यह आघाड़ी नहीं होती तो राष्ट्रवादी को खत्म करने की भाषा बोलने वाले आज कहीं के नहीं रहते थे.

    सम्मेलन में पार्टी के राज्यमंत्री तथा जिले के संपर्क प्रमुख प्राजक्त तनपुरे, पार्टी के ग्रामीण जिलाध्यक्ष राजेन्द्र वैद्य, महिला जिलाध्यक्ष बेबी उइके आदि ने भी अपने विचार रखे. संचालन प्रमोद मोहोड़ तथा सुधाकर कातकर ने किया तथा नितिन भटारकर ने आभार व्यक्त किये.