कांग्रेस ने किया मंहगाई चालीसा आंदोलन, केंद्र सरकार के खिलाफ पेट्रोल पंप पर घोषणा

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    चंद्रपुर. देश में महंगाई कम कर आम जनता को राहत देने के बजाय नींद का नाटक कर रही केंद्र सरकार को जगाने के लिए शुक्रवार 22 अप्रैल को चंद्रपुर शहर, जिला कांग्रेस ने महंगाई चालीसा आंदोलन किया गया. जिलाध्यक्ष रितेश (रामू) तिवारी के नेतृत्व में शाम चार बजे शहर के कोतपल्लीवार पेट्रोल पंप के सामने और शाम पांच बजे कस्तूरबा मार्ग स्थित स्टेट बैंक के सामने पेट्रोल पंप पर आंदोलन हुआ. इस समय महिला कांग्रेस की ओर से हनुमान चालीसा का पाठ भी किया गया ताकि महंगाई में कमी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होश में आएं.

    देश में महंगाई चरम पर है, पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस ही नहीं जीवनावश्यक वस्तुओं े  के दाम दिन-ब-दिन आसमान छू रहे है. आवश्यक वस्तुओं के साथ-साथ खाद्य तेलों की कीमतों में भी उछाल आया है. इससे आम नागरिकों का जीना मुश्किल हो गया है. इसके बावजूद केंद्र सरकार ने महंगाई कम करने पर कोई ध्यान नहीं दिया. देश में बेरोजगारी तेजी से बढ़ी है. बढ़ती महंगाई ने जीना मुश्किल बना दिया है. पांच राज्यों चुनावों के कारण ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी रोक दी गई थी. जैसे ही चुनाव नतीजे आए ईंधन के दामों में तेजी से लगातार इजाफा हो रहा है.  चुनाव के तुरंत बाद केंद्र सरकार ने आम आदमी की जेब खाली करने के लिए ईंधन के दाम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं जिससे देशवासी हलाकान है.

    इसलिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के विरोध में पेट्रोल पंपों के सामने नारेबाजी की. साथ ही प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी के महंगाई और ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी पर दिए गए भाषणों को बड़े पर्दे पर दिखाया गया. उसके बाद रितेश (रामू) तिवारी ने कहा कि देश में महंगाई बढ़ने के लिए केंद्र सरकार की गलत नीतियां जिम्मेदार हैं. महंगाई को सबसे बड़ा आर्थिक बोझ आम आदमी, मध्यम वर्ग ने उठाया है.। तमाम लोग केंद्र सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करते हुए आरोप लगा रहे हैं कि उनका ध्यान भटकाने के लिए धार्मिक मुद्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है.

    कांग्रेस के अन्य पदाधिकारियों ने भी मार्गदर्शन करते हुए केंद्र सरकार का निषेध किया. पथनाट्य से मंहगाई के खिलाफ जनजागृति की गई. आंदोलन में कांग्रेस के प्रदेश महासचिव विनोद दत्तात्रय, कामगार नेता के. के. सिंह के साथ चंद्रपुर शहर जिला कांग्रेस कमेटी, युवक कांग्रेस, महिला कांग्रेस, ओबीसी विभाग, अनुसूचित जाति विभाग, इंटक कांग्रेस, अल्पसंख्यांक विभाग, सेवादल, किसान सेल, उत्तर भारतीय सेल केसाथ कांग्रेस के सभी  फ्रंटल आर्गनायजेशन के पदाधिकारी, कार्यकर्ता बडी संख्या में शामिल थे.