Cotton
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    वरोरा. सफेद सोना के नाम से पहचाने जाने वाले कपास को शुरू में खास कीमत नहीं मिली. इस बीच नवंबर में कपास की कीमत करीब 9,000 रुपये प्रति क्विंटल थी. जबकि जनवरी के शुरुवात से कपास के दामों से तेजी से उछाल आ रहा है और पारस एग्रो प्रोसेस वरोरा में कपास को 10,010 रुपए प्रति क्विंटल का दाम मिला है. जनवरी के पहले सप्ताह में कपास 10 हजार के पार पहुंच जाने से किसानों में हर्ष है. जल्द ही कपास के दाम में और तेजी आने की पूरी संभावना है.

    कपास का उत्पादन चंद्रपुर जिले के कोरपाना, राजुरा, वरोरा, भद्रावती, चिमूर, चंद्रपुर तालुका में होता है. कृषि विशेषज्ञों ने दिसंबर से जनवरी के बीच कपास की अच्छी कीमतों का अनुमान व्यक्त करते हुए. किसानों से एकमुश्त कपास न बेचने की अपील की थी. इसके अनुार जनवरी में लगातार कपास के दामों में उछाल आ रहा है. 

    आज वरोरा के पारस एग्रो प्रोसेसर्स में कपास को 10,010 रुपए, रविकमल काटन वरोरा में 10,000, स्वामी काटन में 10001, पारस काटन में 9999, आशापुरा एग्रो इंडस्ट्रीज में 9800, बालाजी एग्रो इंडस्ट्रीज येंसा में 9925 और तिवारी एग्रो शेगांव में 10,000 रुपए प्रति क्विंटल का दाम मिला है. वहीं आज न्यूनतम कपास का दाम 8700 रुपए प्रति क्विंटल रहा है.

    इस महीने कपास के दाम और भी बेहतर होने की संभावना कृषि जानकारों ने व्यक्त की है. इसलिए शुरुवात से किसानों को एकमुश्त कपास न बेचने की अपील की थी.

    पडोसी जिले से आ रहा कपास

    जिले में कपास को बेहतर दाम मिलने से पडोसी यवतमला और वर्धा जिले से कपास की आवक हो रही है. 7 अक्टूबर से वरोरा में कपास की खरीदी शुरु की गई और आज तक 2,92,158.66 क्विंटल कपास खरीदी हो चुकी है.