अमलनाला बांध पर मंडराने लगा है खतरा, घटनाओं की पुनरावृत्ति से पूर्व उपाय जरूरी

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    चंद्रपुर. गड़चांदूर की चौपाटी के रूप में प्रसिध्द अमलनाला मध्यम सिंचाई प्रकल्प हर साल बारिश में पूरी तरह से भर जाने से ओवरफ्लो होता है जो कुदरत का अदभुत नजारा  पेश करता है जिसके देखने और ओवरफ्लो में नहाने का मजा लूटने के लिए हजारों की संख्या में पर्यटक आते है. इस बार भी मानसून में यही स्थिति रहेंगी परंतु पिछले साल यहां जिस तरह के हादसे हुए है उसे देखते हुए घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए कुछ कारगर उपाययोजना करने की मांग समाजसेवी ईबादुल सिद्दीकी ने सिंचाई विभाग, पुलिस प्रशासन और स्थानीय प्रशासन से की है. 

    पिछले साल ओवरफ्लो के समय यहां तैराकी का मजा लेने आये तीन लोगों की अलग अलग घटनाओं में डूबने से मौत हो चुकी है. इसलिए इस साल ऐसी कोई भयावह घटना ना हो इससे पूर्व कारगर उपाययोजना किए जाने की आवश्यकता है.

    गौरतलब है कि  ओवरफ्लो होने से अमलनाला बांध समूचे विदर्भ के पर्यटकों के लिए सबसे पसंदीदा पिकनिक स्पॉट माना जाता है.  यहां बडी संख्या में पर्यटकों की भीड़ जुटती है. अमलनाला बांध के वेस्टवेयर परिसर में झरनों जैसी स्थिति निर्माण होने और भरपूर पानी होने से यहां लोग रिस्क उठाकर जलक्रीड़ा और तैराकी का लुत्फ उठाने पहुंचते है. पिछले वर्ष चंद्रपुर के युवक की मौत अपने साथ आये एक नन्हें से बच्चे को डूबने से बचाने के चक्कर में हुई थी. उसके कुछ दिन बाद ही बल्लारपुर शहर के दो युवक तैरते हुए पानी में डूब गए थे. दोनों आईटीआई के छात्र थे.

    इस घटना के बाद सामाजिक कार्यकर्ता ईबादुल सिद्दीकी ने इस पिकनिक स्पॉट पर इतनी बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ को देखते हुए ठोस उपाययोजना किए जाने और प्रतिबंधित क्षेत्र में पर्यटकों को जाने से रोकने के लिए उपाययोजना की जाए. सिद्दीकी ने यहां फेसिंग लगाने की सलाह दी.जिस पर सिंचाई विभाग ने तुरंत अमल करते हुए  उपाययोजना की थी. साथ ही पुलिस प्रशासन ने पुलिस बंदोबस्त लगाया था. यहां बैनर लगाकर लोगों को आगाह किया गया था कि वे गहरे पानी में ना जाए. प्रशासन ने ओवरफ्लो के नीचे हिस्से में बोल्डर डालकर और फेसिंग लगाकर घेराव किया है. 

    सिद्दीकी का कहना है कि इस बार भी इसी तरह के कडे उपाय किए जाने से दुर्घटनाओं पर अंकुश लग सकता है क्योकि इस बार पर्यटक बडी संख्या में यहां पहुंचेगे.