वनरक्षक पिटाई में मृत्यु हुए देवाडकर परिवार को न्याय दिलाए

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    • सामाजिक कार्यकर्ता फुसे की सीएम से मांग 

    चंद्रपुर . चंद्रपुर शहर के बाबूपेठ क्षेत्र में ओबीसी समुदाय के सुरेंद्र देवाडकर अपने साथियों के साथ जलाऊ लकड़ी लेने गए थे. जबकि जूनोना फॉरेस्ट रिजर्व के एफडीसीएम फॉरेस्ट रेंजर बालाजी राठौड़ ने सुरेंद्र देवडकर और उनके साथियों को पीट-पीट कर मार डाला. पिटाई में सुरेंद्र देवाडकर की मृत्यु हो गई. और उनके साथियों के पैर गंभीर रूप से घायल हो गए. 

    फॉरेस्ट रेंजर बालाजी राठौड पर मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है. परंतु देवाडकर की मृत्यु के पश्चात परिवार के निर्वाह की समस्या निर्माण होने से परिवार को आर्थिक सहायता करने की मांग सामाजिक कार्यकर्ता भुषण फुसे ने जिलाधिश अजय गुल्हाने के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में की है. 

    ज्ञापन में बताया गया कि, देवडकर की मृत्यु के कारण परिवार में कर्ता पुरुष दूसरा कोई नही है. जिससे  परिवार के निर्वाह की समस्या पैदा हो गई. परिवार पर दुख का पहाड़ गिर गया जो पहले से ही  गरीबी में था. लाकडाऊन के दौरान बिजली बील का भुगतान नही करने से 3 महिने पहले बिजली कनेक्शन काट दिया है. जिससे उसके घर में अंधेरा छाया है. 

     सामाजिक कार्यकर्ता भूमिपुत्र भूषण मधुकर फुसे को जैसे ही इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में पता चला, उन्होंने देवाडकर परिवार से मुलाकात की और स्थिति की जानकारी ली. परिवार को आवश्यक किराने का सामान उपलब्ध कराया. 

     मुख्यमंत्री, राज्यपाल,  विपक्ष नेता,  मुख्य वन संरक्षक को जिलाधिश के माध्यम से एक ज्ञापन भेजकर परिवार को 50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने की मांग की है. जिलाधिश गुल्होने ने इस संदर्भ में सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है. 

    इस समय सामाजिक कार्यकर्ता भुषण फुसे, मृतक की पत्नी कविता देवाडकर,  बच्चे निखिल व नक्ष देवाडकर, कल्पना शिंदे, दर्शन तफले, रोहित गोगोई मौजूद थे.