कार्यकारी अभियंता की टीम ने किया म्हाडा गटार योजना का मुआयना, संजीवनी पर्यावरण संस्था ने की थी शिकायत

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    चंद्रपुर: नये चंद्रपुर के म्हाडा के गटर योजना के 53.29 करोड का काम उचित दर्जे का न किए जाने की वजह से इमारत में अभी से दरार पड रही है और पाइप लाइन के चेंबर क्षतिग्रस्त दिखाई दे रहे है. इसकी शिकायत संजीवनी पर्यावररण संस्था ने की. शिकायत की दखल लेकर पालकमंत्री के निर्देशानुसार म्हाडा के कार्यकारी अभियंता ने अपनी टीम के साथ गटर योजना के निर्माणकार्य की जांच की है.

    इस अवसर पर म्हाडा की कार्यकारी इंजीनियर उषा टेंभुर्णे, उपमुख्य इंजीनियर दिलीप लामपूरे, ईगल इप्फा इंडिया लिमिटेड के गोपाल झोडे आदि उपस्थित थे. गटर योजना के निर्माणकार्य की जांच की गई. उसी प्रकार शिकायतकर्ता द्वारा की गई शिकायत, आपत्ती की जांच की गई. शिकायतकर्जा संजीवनी पर्यावरण व सामाजिक संस्थाध्यक्ष राजेश बेले ने गटर योजना के निर्माणकार्य मे आई दरार और निर्माणकार्य में उपयोग हो रहे स्तरहीन मटेरियल की ओर अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट किया.

    गटर योजना के निर्माणकार्य की जांच करते हुए म्हाडा के अधिकारियों ने ठेकेदार की साईड लेने का आरोप राजेश बेले ने लगाया है. निर्माणकार्य की त्रुटिया दिखाने के बावजूद म्हाडा के अधिकारी ठेकेदार का पक्ष ले रहे है. गटर योजना के काम का दर्जा देखकर उसका किसी प्रकार पंजीयन नहीं किया जिससे ठेकेदार के साथ उनकी मिलीभगत होने का आरोप संजीवन पर्यावरण व सामाजिक संस्थाध्यक्ष राजेश बेले ने किया है.

    यह रुटीन विजिट

    कार्यकारी इंजीनियर उषा टेंभुर्ण ने कहा कि यह रुटीन विजिट थी. काम का मुआयना किया गया है वहां पर सभी कुछ ठीक है. इसकी विस्तृत जानकारी संजीवनी पर्यावरण सामाजिक संस्था को दी है.