आखिरकार उपद्रवी बाघिन आई पकड़ में, रेस्क्यू ऑपरेशन हुआ सफल

    Loading

    भद्रावती: ताड़ोबा-अंधारी बाघ परियोजना के तहत मोहरली क्षेत्र के मुधोली क्षेत्र के कोंडेगांव क्षेत्र में पिछले तीन चार माह से उपद्वव मचानेवाली टी 24-सी 2 बाघिन को बेहोश कर पकडने में वनविभाग को सफलता मिली है। इस बाघिन को पकडने के लिए विधायक प्रतिभा धानोरकर ने जिला प्रशासन और वनविभाग की बैठक ली।  उन्होने सुबह बैठक ली और शाम को रेक्स्यू आपरेशन कर बाघिन को वनविभाग ने पकडने में सफलता पायी।

    इस बाघिन ने कई जानवरों पर और कई  पर हमला किया था। और उन्हें घायल कर दिया था, साथ ही खेत के पास की बकरियां और मवेशियों को बाघ ने हमला करके घायल कर दिया था। और मार भी गिराया था, कुछ दिन पहले सीतारामपेठ के एक चरवाहे नमू धांडे पर भी बाघ ने हमला करके उसे जान से मार डाला था। यह घटना अभी ताजी ही थी और फिर अभी हाल ही में 1 दिन पहले कोंडेगांव के पास बाघ द्वारा एक गाय को भी मारा गया था। 

    इस से माहौल बहुत खराब हो रहा था गांव के लोग चरवाहे दहशत में जी रहे थे वन विभाग ने 12 फरवरी को दोपहर 3:00 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और शाम 4:30 बजे के अंदाज में बाघ को बेहोश कर कर पकड़ लिया गया।

    प्राप्त जानकारी के अनुसार बाघ फिलहाल चंद्रपुर के ट्रांजिस्टर सेंटर में रखा गया है जानकारी के अनुसार बाघ मादा जाति की है और उम्र करीब करीब 22 महीने की है प्राप्त जानकारी के अनुसार अपनी मां सोनम से यह बाघिन अलग हुई है। रेस्क्यू ऑपरेशन क्षेत्र निर्देशक डॉ जितेंद्र रामगांवकर और उपनिदेशक( बफर) जी. गुरुप्रसाद के मार्गदर्शन में पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ पोडचलवार, वनपरीक्षेत्राधिकारी आर जी मून, क्षेत्र सहायक मोहुली ए डी मलेलवार,वन रक्षक एस।ए।मंगाम, वी।के।जनबंधु ,आर. आर.टी.मुख्य मराथे मराथे.पी.आर.टी. मुख्य विकास तुमराम, एस. टी.पी.एफ. चंद्रपुर व अन्य फील्ड स्टाफ ने परिश्रम किया।