जगह नहीं मिली तो मौत के मुंह में सजा ली दुकानें, किसी भी समय हो सकती है बडी दुर्घटना

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    चंद्रपुर. शहर के फुटपाथ से लेकर सडक किनारे तक दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा है इस बीच शहर के कस्तुरबा रोड और गांधी चौक से प्रियदर्शिनी चौक के बीच अनेक ऐसी दुकानें है जो ट्रांसफार्मर के नीचे सजा रखी है. जगह नहीं मिली तो कई लोगों ने इस प्रकार मौत के मुंह ट्रांसफार्मर के नीचे दुकान सजा ली है. जिससे किसी भी समय पर बडी दुर्घटना हो सकती है. किंतु महानगर पालिका तो महज 15 रुपए की रसीद काटने का काम कर रही है.

    वैसे तो मनपा प्रतिदिन शहर के सडक किनारे, फुटपाथ तथा अन्य हाकर जोन में दुकान लगाने वालों से 15 रुपए की रसीद काटता है एक प्रकार से दूकानदार इसे मनपा का अधिकार मानते है. किंतु इसके बदले में मनपा की ओर से कोई व्यवस्था नहीं दी जाती है. वैसे दूकानदारों के लिए हाकर जोन सुनिश्चित किए जाने चाहिए जिससे दूकानदारों को इस प्रकार जान जोखिम में न डालना पडा. क्योंकि शहर के दोनों प्रमुख मार्ग की सडक पर आधे दर्जन से अधिक ट्रांसफार्मर के नीचे दुकान लगी है. जो किसी भी समय पर बडी दुर्घटना का कारण बन सकती है. जबकि इसके लिए बिजली विभाग और मनपा को उपाय योजना करने की आवश्यकता है.

    ट्रांसफार्मर के पास बनाये घेरा

    बिजली विभाग को चाहिए कि विशेष रुप से शहर की मुख्य सडक किनारे स्थित ट्रांसफार्मर के नीचे सुरक्षा घेरा बनाया जाना चाहिए. जिससे इस प्रकार कोई दुकान न लगा सके. क्योंकि बरसात के दिनों में बरसात के पानी की वजह से अनेकों बार खंभों में बिजली उतरने का डर बना रहता है यदि ऐसा होता है तो खंभे के पास लगाए दूकानदार के साथ बडा हादसा हो सकता है. उसी प्रकार ग्रीष्मकाल के दिनों में भी दुर्घटना की संभावना रहती है. किंतु लापरवाह प्रशासन की वजह से सब चल रहा है. तर्क दिया जाता है आज तक तो नहीं हुआ है किंतु आज तक नहीं हुआ वह भविष्य में भी नहीं होगा यह नहीं कहा जा सकता.

    15 रुपए की रसीद सुविधा नगण्य

    महानगर पालिका की ओर से इस प्रकार मनपा क्षेत्र में दुकान लगाने वालों से प्रतिदिन 15 रुपए की रसीद फाडी जाती है. एक प्रकार से मनपा का अघोषित फरमान होता है कि रसीद कटाओ और जहां मन करें दुकान सजाओ. किंतु इसके बदले में मनपा की ओर से कोई सुविधा नहीं दी जाती है. जैसा कि साप्ताहिक बाजारों में वसूली के बाद संबंधित प्रशासन की ओर से वहां की साफ सफाई कर कचरे को नष्ट किया जाता है किंतु शहर में मनपा इस प्रकार कोई काम नहीं करती है. सुबह के समय पर दूकानदार स्वयं ही झाडू लगा लेते है.