- ध्यान नहीं दे रहा संबंधित विभाग
चंद्रपुर. शहर के सडक किनारे लगने वाले खान पान के ठेलों में खुले रखे खाद्य पदार्थ होटलों की तुलना में सस्ते होते है. किंतु यह खाद्य पदार्थ नागरिकों की सेहत बिगाड रहे है. इन ठेलों में खाने-पीने का सामान खुले में रखा होता है. उसी प्रकार एक ही तेज को कई बार उपयोग किया जाता है. यह भी सेहत के लिए नुकसान दायक होता है. दूषित पदार्थ खाकर शहरवासियों की सेहत खराब हो रही है. अधिकांश ठेलों में घरेलू सिलेंडर का उपयोग किया जाता है किंतु संबंधित विभाग मूकदर्शक बना है.
सुबह-शाम शहर की सडकों के किनारे अनेक प्रकार के चाईनीज, साऊथ इंडियन, नार्थ इंडियन और अन्य प्रकार के खाद्य पदार्थो के ठेले सज जाते है. जहां पर साफ सफाई का कोई ध्यान नहीं दिया जाता है. कुछ दिनों से हो रही बेमौसम बरसात की वजह से पहले ही शहर के अनेक परिसर में गदंगी फैली है. गदंगी पर बैठने वाली मक्खिया इस प्रकार खुले में रखे खाद्य पदार्थो पर बैठती है जिससे खाने वालों को अनेक प्रकार की बीमारी हो रही है. इसके अलावा सडकों से चलने वाले वाहनों से निकलता धुंआ भी इन ठेलों के खाद्य पदार्थो पर बैठती है.
हर ओर खुली दुकानें
चंद्रपुर नागपुर महामार्ग के प्रियदर्शिनी चौक से शहर के बाहर निकलने तक, मूल मार्ग पर रामनगर पुलिस स्टेशन से शहर के बाहर तक और शहर के भीतर अनेक प्रकार के ठेले लगे है. जहां पर सुबह शाम के समय पर बडी संख्या में शौकीनों की भीडउमड पडती है. इसके अलावा शहर के प्रमुख चौराहे, अनेकों स्थानों पर इस प्रकार खुले में खाद्य पदार्थ रखकर बीमारी परोसी जा रही है.
जहां पर साफ सफाई और खाद्य पदार्थो के गुणवत्ता का किसी प्रकार का ध्यान नहीं रखा जाता है. तेल भी निम्न दर्जे का और बार बार उपयोग होता है. इसके बावजूद अन्न व औषधी प्रशासन विभाग कोई ध्यान नहीं दे रहा है और खुले में रखे खाद्य पदार्थ लोगों के सेहत को बिगाड रहे है.
सस्ते के चक्कर में सेहत का कबाड़ा
इन ठेलों में मिलने वाली खाद्य सामग्री होटल अथवा प्रतिष्ठित स्थानों से सस्ती होती है. किंतु उनकी क्वालिटी भी उसी प्रकार की होती है. सस्ते के चक्कर में लोग इस प्रकार के ठेलों की वस्तुओं का सेवन कर बीमार पड़ सकते है.
घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग
सडक किनारे लगने वाले अधिकांश ठेलों में घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग होता है. इसका मुख्य कारण है कि कमर्शियल सिलेंडर की कीमत अधिक होती है. इसलिए अपना खर्च बचाने के लिए अधिकांश सडक किनारे लगने वाले ठेलों में घरेलू उपयोग का सिलेंडर इस्तेमाल होता है. किंतु शहर के प्रमुख मार्गो से गुजरने वाले किसी भी अधिकारी ने आज तक इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है.