तीन दिन से अविरत बारिश ;कई इलाकों में आई बाढ, लोग रेस्क्यू, कई मार्ग ठप

    Loading

    • रहेमतनगर, राजनगर, सहारा सिटी पानी में डूबे
    • बीती रात धुआंधार बारिश
    • दोपहर में मिली राहत
    • इरई के 5 दरवाजे खुले
    • नदी में मिला एक का शव

    चंद्रपुर. निरंतर जारी बारिश के कारण एक माह के भीतर जिले में कई स्थानों पर लगातार तीसरी बार भीषण बाढ आयी है. बाढ प्रभावित क्षेत्रों में ब्रम्हपुरी, वरोरा, भद्रावती, चंद्रपुर के इलाके प्रभावित हुए है. यहां ना केवल घर मकान बल्कि फिर से खेतियां पानी में डूब गई है. वरोरा, भद्रावती, घुग्घुस आदि क्षेत्रों लोगों को नौका के सहायता से रेस्क्यू किया गया है.वही गडचांदूर पुलिस थानांतर्गत मौजा इरई ग्राम में पैनगंगा नदी के किनारे एक 50-55 वर्षीय व्यक्ति का शव मिला है. यह व्यक्ति कौन है और कहां से आया था. इसकी पुलिस जांच कर रही है.

    अप्पर वर्धा, लोअर वर्धा बांध के दरवाजे खोलने से वरोरा- भद्रावती तहसील के कई ग्रामों में बाढ आ गई है. वरोरा तहसील के पोहा, अर्जुनी, सोईट, करंजी, मार्डा, एकोना, बेंबाल, चरूरखटी जबकि भद्रावती तहसील के पलसगांव, मनगांव, कोची, घोनार, कोंडा, चारगांव, पारोधी, पिपरी, माजरी, पाटाला, चंद्रपुर तहसील के बेलसनी, घुग्घुस क्षेत्र में कई इलाके बाढ में डूब गए. सोईट, पलसगांव, बेलसनी में लोगों को नौका के सहायता से रेस्क्यू किया गया.

    पिछले तीन दिनों से जारी अविरत बारिश के कारण एक बार फिर बाढ की स्थिति निर्माण हो गई है. आज इरई डैम से निरंतर पानी के निकासी के चलते शहर के रहेमतनगर, राजनगर, सहारा सिटी समेत कई इलाके फिर से जलमग्न हो गए. फिलहाल घुटनों तक पानी जमा होने से लोग अपने घरों में ही डटे हुए है. निचले इलाके के लोगों ने अपना बोरिया बिस्तर बांधकर अपने करीबी रिश्तेदारों के यहां शरण ली है. बाढ की संभावना के मद्देनजर प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है. स्थानीय लोगों को सतर्क रहने का इशारा दिया गया है.

    बीती रात जोरदार बारिश हुई. बारिश का सर्वाधिक असर ब्रम्हपुरी, नागभीड, मूल, सावली, गोंडपिपरी में देखने को मिला यहां जनजीवन पर व्यापक असर हुआ. ब्रम्हपुरी में 127 मिमी, नागभीड़ में  66.9 मिमी, सावली में 74.8 मिमी, मूल में 71 मिमी, गोंडपिपरी में 72.7 मिमी बारिश केवल आधी रात में हुई.इससे ब्रम्हपुरी तहसील के कई बाढ प्रभावित ग्रामों पर इसका असर हुआ.

    चौगान गांव में अतिवृष्टि के कारण घरों का नुकसान

    ब्रम्हपुरी तहसील के चौगान के गिरीधर भुते और दिगांबर भुते के मकान अतिवृष्टि केकारण ढह गए सौभाग्य से किसी भी तरह की जीवहानि नहीं हुई. परंतु उनका घर का सामान तबाह हो गया और उन्हें अन्य गांव के मंदिर में शरण लेनी पड़ी. पंचनामा कर तुरंत मदद करने की मांग पंकज तिडके ने की है. इसके साथ ही तहसील के कई ग्रामों में अतिवृष्टि के कारण बाढ की स्थिति निर्माण हो गई है. धान फसल नष्ट हो गई है.

    ब्रम्हपुरी परिसर में सोमवार से रुक-रुककर जमकर बारिश होने से सभी नाले और नदिया ऊफान पर, ब्रह्मपुरी चांदगाव रोडपर स्थित गराडी नाला भरकर पुलीया पर से पाच फुट पानी बहने से चांदगाव,बेलदाटी,चोरटी,वायगाव का मार्ग रातसे बंद हुआ.

    नागभीड़ तहसील के गोविंदपुर में अतिवृष्टि के कारण रात 12 बजे एक घर की दीवार गिर गई. गोविंदपुर निवासी श्यामराव भाकरे के घर की दीवार उनके पडोस में रहनेवाले उनके भाई कृष्णा भाकरे के यहां गिर गई. यह घटना सोमवार की रात 12 बजे हुई. कृष्णा भाकरे अपने परिवार के साथ घर के एक अन्य कमरे में में सोये हुए थे. शामराव की बहू और दो बच्चे पीछे के कमरे में सोये हुए थे. सौभाग्य से किसी तरह की कोई जीवहानि नहीं हुई. घर का सामान नष्ट हो गया.

     

    इरई के 5 दरवाजे खोले

    शहर में सोमवार से इरई के सातों दरवाजे खोले जाने से नदी से सटे बाढ प्रभावित क्षेत्र में सूचना जारी कर दी गई थी. आज भले ही बारिश रूक गई थी. परंतु अन्य डैम छोडे गए पानी के कारण डैम का जलस्तर बढने पर आज दोपहर में इरई डैम के 1 ,3,4,5 और 7 क्रमांक के दरवाजे 0.75 मीटर खोले गए है. जिसके कारण यहां आरवट रास्ता बंद हो गया है रहेमतनगर, राजनगर, सहारा सिटी समेत अन्य क्षेत्रों में घुटनों तक पानी जमा होने से नागरिकों को बाहर निकलना कठिन हो गया है. इस क्षेत्र के नागरिक लगातार तीसरी बार बाढ की स्थिति झेल रहे है.

     

    आज सुबह तक बारिश का प्रमाण

    आज सुबह तक चंद्रपुर में 25.9 मिमी, बल्लारपुर में 45 मिमी, गोंडपिपरी में 72.7 मिमी, पोंभूर्णा में 38 मिमी, मूल में 71 मिमी, सावली में 74.8 मिमी, वरोरा में 16.8 मिमी, भद्रावती में 23.3 मिमी, चिमूर में 28.6 मिमी, ब्रम्हपुरी में 127.2 मिमी, सिंदेवाही में 31.8 मिमी, नागभीड में 66.9 मिमी, राजुरा 46.8 मिमी, कोरपना में 33.5 मिमी, जिवती  38.1 मिमी कुल 49.4 मिमी बारिश हुई है. 

    बस नदी में डूबने से बची

    वणी से गडचांदूर की ओर आ रही एक बस यहां उस समय नदी में डूबते हुए बची जब बस के पिछले हिस्से के दोनों पहिए निकल गए. वणी डेपो की बस क्र.एमएच 40- 8953 जिसमें 18 यात्री सवार थे. बस वणी से गडचांदूर आ रही थी. चारगांव के पास पुलिया पर चढने से पूर्व ही बस के पिछले हिस्से के दोनों पहिये निकल गए इसमें एक नदी में जा गिरा और एक पुलिया पर गिर गया. बस चालक ने सतर्कता के साथ बस रोकी. इस बीच यात्रियों की सांसें अटक गई थी. 

    वर्धा नदी में तीसरी बार बाढ, राजुरा-बल्लारपुर मार्ग बंद

    गत 15 दिनों से अतिवृष्टि और बांध का पानी छोडने से वर्धा नदी में बाढ आ गई है. आज सुबह दस बजे बामणी पुल पर से पानी बहने के कारण हैद्राबाद-नागपुर महामार्ग बंद हो गया. सभी गाडियों को सास्ती मार्ग से शुरू किया गया. 

    विरूर स्टेशन क्षेत्र के गोंडपिपरी तहसील को जोडनेवाले धानोरा- आर्वी पुल आज सुबह 9 बजे बंद हो गया .अतिवृष्टि और बाढ के कारण वर्धा नदी एवं नाले उफान पर है. सिंधी, धानोरा, मूर्ती, चिंचोली गांव के खेत पानी में डूब गए. इस क्षेत्र के सिंधी- धानोरा अंतरगांव- चिंचोली मार्ग पर नाले पर पानी आने से गांव का संपर्क टूट गया.  कोलगांव बाढ से घिर गया. सोमवार से भोयेगांव- धानोरा पुल पर पानी बह रहा है यहां यातायात ठप है.

    बल्लारपुर-विसापुर-नांदगांव रास्ता भी बाढ के कारण बंद हो गया है. बल्लारपुर में गणपति घाट पानी में उूबा है. यहां खतरे को देखते हुए नगर पालिका प्रशासन ने बैरिकेटस लगा दिए है.