फिर से बाढ़ का बढा खतरा; इरई के सातों गेट खुले, कई मार्ग बंद, पेड़ धराशायी

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    • बिजली व्यवस्था खंडित
    • बीती रात तक मूल में सर्वाधिक 110 मिमी बारिश
    • आज रेड अलर्ट

    चंद्रपुर. चंद्रपुर जिले पर एक बार फिर बाढ का खतरा मंडराने लगा है. रविवार की दोपहर से लगातार जारी बारिश की वजह से और इरई डैम का पानी छोडने जाने से बाढ की संभावना बढ गई है. जलस्तर बढ जाने के कारण इरई डैम के सातों दरवाजे खोल दिए गए है. नदी किनारे वाली बाढ प्रभावित बस्तियों को फिर से अलर्ट कर दिया गया है. वरोरा, भद्रावती, गोंडपिपरी, राजुरा तहसील में कई मार्ग बंद हो गए है. जिला प्रशासन ने भी निर्देश जारी कर सतर्कता बरतने के आदेश दिए है.

    भारतीय मौसम विभाग द्वारा आज सोमवार 8 अगस्त से लेकर 10 अगस्त के बीच चंद्रपुर जिले में ऑरेंज अलर्ट का इशारा दिया गया है. जबकि 9 अगस्त को रेड अलर्ट घोषित किया गया है. 7 अगस्त से जारी निरंतर बारिश के कारण वैनगंगा, वर्धा नदी उफान पर है. चंद्रपुर जिले में निरंतर हो रही बारिश के कारण वैनगंगा नदी पर गोसेखुर्द प्रकल्प, वर्धा नदी पर अप्पर वर्धा प्रकल्प एवं निम्न वर्धा प्रकल्प, इरई नदी पर इरई डैम्, पैनगंगा नदी पर ईसापुर बांध एवं वर्धा नदी की उपनदियों के डैम् से पानी की निकासी शुरू होने हो गई है. अतिवृष्टि के कारण पानी का बहाव और बढने की संभावना है. परिणाम स्वरूप जिले से बहनेवाले वैनगंगा, वर्धा, पैनगंगा एवं इरई नदी के किनारे बाढ स्थिति निर्माण होने की संभावना है.

     

    मौसम विभाग द्वारा दिए गए रेड अलर्ट और ऑरेंज अलर्ट साथ ही वैनगंगा, वर्धा, पैनगंगा एवं इरई नदी का जलस्तर बढता देख संबंधित तहसीलदारों को बाढ प्रभावित क्षेत्र में दवंडी कर लोगों को सतर्क करने के निर्देश दिए गए है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए गए है. नदी किनारे गांव के नागरिकों को विशेष सतर्कता बरतते हुए दक्षता रखने और साथ ही नदी नाले पर पानी बहने से कोई भी पुल पार नहीं करें ऐसा आहवान किया गया है.

    इरई डैम के सभी दरवाजे खुले

    निरंतर बारिश के कारण रविवार की रात 10 बजे से ही इरई डैम के दरवाजे खोलने का सिलसिला शुरू हो गया था. सोमवार देर शाम तक डैम के सभी सातों दरवाजे खुले थे. यहां रात 10 बजे 1, 4, 7 क्रमांक के दरवाजे 0.25 मीटर खोलने से 51.693 घनमीटर पानी प्रति सेकंड निकासीहुआ.  सुबह 7 बजे तक फिर से 1, 4, 7 नंबर के दरवाजे 0.25 मीटर खोले गए.

    इसके बाद दोपहर 4 बजे जलस्तर 207. 050 मीटर के ऊपर पहुंचने पर सभी 1से 7 नंबर के दरवाजे 1 मीटर से खोल दिए गए. और दोपहर 4.30 बजे पानी का लेवल कम होता नजर नहीं आने पर सभी दरवाजे 1.25 मीटर से खोले गए 616.378 घनमीटर प्रति सेकंड पानी छोडा गया. पानी छोडने से जगन्नाथबाबा नगर,राष्ट्रवादी नगर, सिस्टर कालोनी, रहेमतनगर, विठ्ठल मंदिर परिसर के लोगों को बाढ का खतरा फिर से बढ गया है.

    बाढ के खतरे के चलते लोगों में छायी दहशत

    पिछले दो दिनों से बांध क्षेत्र में साथ ही सभी तहसीलों में निरंतर बारिश के कारण अप्पर वर्धा के 13 एवं निम्न वर्धा के 31 वं बेंबाला प्रकल्प के 10 और इसापुर प्रकल्प के 5 आपातकालिन दरवाजे खोले गए है. परिणाम स्वरूप शिरणा, कोराडी, वर्धा नदी का जलस्तर भर बढने की संभावनाहै. शिरणा, कोराडी और वर्धा नदी के ग्रामों को प्रशासन ने सतर्कता बरतने के आदेश दिए है.

    पडोसी जिले अमरावती में निरंतर बारिश होने से बांध का जलस्तर बढने से बांध प्रशासन ने आज से बांधों का पानी छोडना शुरू करदिया है. इसके चलते माजरी, माजरी बस्ती, पलसगांव, पाटाला, रालेगांव,मनगांव, थोराना इन गांव में महाबाढ आने की संभावना है. इससे पूर्व भी 18 जुलाई को अप्पर वर्धा, लोअर वर्धा, चारगांव, इरई बांध के 40 सये अधिक दरवाजे खोले गए थे. अनेक ग्रामों को बाढ ने घेर लिया था. लोगों को काफी तबाही झेलनी पडी थी.

    फिर से अप्पर वर्धा, लोअर वर्धा, बेंबाला, इसापुर आदि प्रकल्प के 59 दरवाजे खोले गए. माजरी परिसर में अन्य जगहों पर दो दिनों से जोरदार बारिश हो रही है. इससे नदियों का पानी फिर बढने की संभावना है. बारिश के कारण अप्पर, वर्धा, निम्न वर्धा, बेंबला प्रकल्प एवं इसापुर प्रकल्प से बडे पैमाने पर पानी छोडा गया है. इसके चलते वर्धा नदी, शिरणा नदी, कोराडी नाले से पानी का जलस्तर बढ रहा है. इस बार पहले के मुकाबले बडी बाढ होने की संभावना है.

    राजुरा में भी बाढ का खतरा

    जिले लगातार बारिश के कारण तीसरी बार बाढ की आशंका जतायी जा रही है. रविवार दोपहर से जारी मूसलाधार बारिश से जलस्तर वृध्दि से जनजीवन प्रभावित हुआ है. वदी नदी नाले किनारे खेती कर रहे किसान भयभीत है. वर्धा नदी का जलस्तर बढने से भोयेगांव, धानोरा पुलिया के ऊपर से पानी बहने के कारण इस मार्ग का यातायात बंद हो गया है. रविवार की रात और दोपहर में आयी मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हाग गया है. राजुरा तहसील के गांव जानेवाले मार्ग आज दोपहर तीन बजे से बंद हो गए है.

    इसमे कई महिलाएं एवं छात्र घर जाने के मार्ग बंद होने से जहां वह फंस गए. राजुरा से विरूर जानेवाले मार्ग पर टेम्बुरवाही_ सिरसी नाले में जलस्तर बढने यह मार्ग बंद हो गया है. साथ ही चिंचोली नाला बंद होने से विरूर से तेलंगाना के सिरपुर जानेवाला मार्ग बंद हो गया है. सोंडो से सोनुर्ली विरूर मार्ग भी तीन बजे बंद हो गया. हालांकि अभी भले ही बारिश थम गई लेकिन दूरदराज के क्षेत्र में जारी बारिश से बैक वॉटर की संभावना बढ रही है.

    नदी के पुल पर पानी, यातायात बंद

    गोंडपिपरी में कल रात से शुरू निरंतर बारिश के कारण चंद्रपुर_ अहेरी मार्ग बंद हो गया है. चंद्रपुर_ गोंडपिपरी मार्ग पर रास्ते पर पानी जमा है. तेज बारिश के कारण गोंडपिपरी से 12 किमी दूरी पर बडा पेड धराशायी होने से सुबह 8.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक दोनों छोर की यातायात प्रभावित हो गई थी. इससे यात्रियों का काफी परेशानियों का सामना करना पडा. गोंडपिपरी_ आष्टी मार्ग पेड गिरने से लगभग पांच से छह घंटे तक यातायात ठप हो गया. आष्टी मार्ग पर पानी बह रहा है. आष्टी से अहेरी की ओर जानेवाला मार्ग बंद है.

    जिले में बारिश

    जिले में आज सुबह तक चंद्रपुर शहर में 29.5 मिमी, बल्लारपुर में 40 मिमी, गोंडपिपरी में 39 मिमी, पोंभूर्णा में 76 मिमी, मूल में 110.6 मिमी, सावली  63.4 मिमी, वरोरा 56.3 मिमी, भद्रावती में 36.7 मिमी, चिमूर में 52.4 मिमी, ब्रम्हपुरी में 50.4 मिमी, सिंदेवाही 64.6 मिमी, नागभीडी 36 मिमी, राजुरा 55.4 मिमी, कोरपना 27.7  मिमी, जिवती में 43.7 मिमी, बारिश रिकार्ड की गई. 

    जिले में मार्ग बंद

    वरोरा- वणी मार्ग

    गोंडपिपरी-आष्टी मार्ग

    राजुरा – विरूर मार्ग बंद 

    पाटाळा- माजरी मार्ग बंद आदि मार्ग बंद है