Kitchen budget messed up due to Modi government's policies, agitation in Warora against Ujjwala gas price hike
वरोरा. अच्छे दिनों का सपना दिखाकर केंद्र की मोदी सरकार ने सामान्य नागरिकों का जीना मुहाल कर दिया है. पेट्रोल, डीजल के साथ रसोई गैस मूल्य वृध्दि से महिलाओं के किचन का बजट गडबडा गया है.
उज्जवला गैस की सब्सिडी कम करने से महिलाओं को गैस छोडकर पुन: चूल्हा पर रसोई पकाने का समय आ गया है. इसके खिलाफ महिला कांग्रेस की ओर से विधायक और प्रदेश महिला उपाध्यक्ष प्रतिभा धानोरकर के नेतृत्व में आंबेडकर चौक में आंदोलन किया गया.
इस अवसर पर उज्जवला योजना के गैस सिलेंडर वापिस कर केंद्र की मोदी सरकार का निषेध किया गया. इस कार्यक्रम में विधायक धानोरकर बोल रही थी. आंदोलन में शहर कांग्रेस अध्यक्ष दीपाली माटे, उपाध्यक्ष मीना रहाटे, पार्षद चंद्रकला चिमूरकर, शिरोमणी स्वामी, प्रतिमा जोगी, यशोध खामनकर प्रिया भोयर, उज्ज्वल थेरे आदि उपस्थित थे. विधायक ने आगे कहा कि मंहगाई बढाकर केंद्र सरकार ने महिलाओं के मकर संक्राति के त्यौहार पर बाधा डालने का प्रयास किया है.
ईंधन की बढ़ती कीमतों ने आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को बढ़ा दिया है. प्रधानमंत्री मोदी ने जमकर प्रचार प्रसार कर महिलाओं को उज्ज्वला योजना के जरिए मुफ्त गैस देने की घोषणा कर प्रचारित किया. लेकिन अब गैस सिलेंडर के दाम में इतने अधिक बढ गए है कि महिलाएं गैस सिलेंडर तक नहीं भरा पा रही है.
उज्ज्वला योजना के अधिकांश लाभार्थियों ने अब सिलेंडर बंद कर दिया है और महिलाएं फिर से चूल्हे पर खाना बना रही हैं. मोदी सरकार के दौरान पेट्रोल-डीजल के दाम एक बार नहीं बल्कि 69 गुना बढ़ चुके हैं. विधायक प्रतिभा धनोरकर के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने मूल्य वृद्धि का विरोध किया. इस दौरान काफी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं.