चंद्रपुर. पुलिस स्टेशन वरोरा अंतर्गत 2 नाबालिग अपनी सहेली के जन्मदिन में जाने को कहकर घर से निकली थी. किंतु देर रात तक उनके न लौटने पर उनके माता पिता ने उनकी पुत्रियों को बहलाकर भगा ले जाने की रिपोर्ट दर्ज करायी. मामला नाबालिगों से जुडा होने से पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया और पुणे से वरोरा की 2 और यवतमाल की 1 ऐसे कुल 3 नाबालिगों को सही सलामत आजाद करा 4 अपहरणकर्ताओं को धर दबोचा है.
27 सितंबर को दो नाबालिग अपनी सहेली के जन्मदिन में जाने को कहकर निकली थी. दोनों नाबालिग होने से पुलिस अधीक्षक ने तुरंत स्थानीय अपराध शाखा को जांच के आदेश दि. इस आधार पर एलसीबी ने एपीआई जितेंद्र बोबडे, पीएसआई संदीप कापडे, सचिन गदादे ओर अतुल कावले के नेतृत्व में चार टीम तैयार की.
टीम ने मौके पर जाकर जांच की तो पाया कि यवतमाल जिले के रालेगांव के कुछ युवक नाबालिगों के संपर्क में थे. इस आधार पर टीम रालेगांव पहुंची. पूछताछ में टीम को ज्ञात हुआ कि यवतमाल जिले के बाबुलगांव थाना अंतर्गत एक लडकी का अज्ञात आरोपियों ने अपहरण किया है. टीम को सूचना मिली की 29 सितंबर को वर्धा रेलवे जंक्शन पर किशोरी दिखाई दी थी. जांच में पुलिस को ज्ञात हुआ कि अपहरण कर ले जाने वाले युवक राजनगांव जिला पुणे के है.
इस आधार पर टीम पुणे रवाना हुई और वहां से तीन अपरह्त नाबालिग लडकी और उनके साथ रालेगांव जि. यवतमाल निवासी रोहित संगीले (20), शुभम मानेकर (22), प्रमोद सोनवने (22) और प्रक्षिक भोयर (23) को धर दबोचा और सभी को चंद्रपुर ले आए है. पुलिस ने यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक अरविंद सालवे, अपर पुलिस अधीक्षक अतुल कुलकर्णी के मार्गदर्शन में पीआई बालासाहब खाडे, एपीआई जितेंद्र बोबडे, पीएसआई संदीप कापडे, सचिन गदादे, अतुल कावले, धनराज कराकडे, स्वामीदास चालेकर, गजानन नगारे, प्रशांत नागोसे, संदीप मुले, दिनेश अराडे आदि ने की है.