
चंद्रपुर. रविवार की रात 2 बजे कोरपना तहसील के जैतापुर गांव के अंतिम छोर पर बसे स्थित विठ्ठल ताजने के गौशाला में अचानक आग लगने से एक बैल, मवेशियों का चारा, कृषिउपयोगी सामान, लकडी के अवजार, रासायनिक खाद आदि के साथ लाखें का नुकसान हो गया है. खरीफ सीजन के शुरुवात में किसान का नुकसान होने से अब किसानी कैसे करें यह विकराल समस्या है. इसलिए प्रशासन से क्षतिपूर्ति की मांग की है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की रात गांव के अंतिम छोर पर स्थित गौशाला में अचानक आग लग गई. गौशाला में नित की भांति दो बैल, बुआई के लिए रखे बीज, 10 बैग डीएपी रासायनिक खाद, वर्ष भर जानवरों को खिलाया जाने वाला चारा, कृषि उपयोगी लकडी के सामान जिसमें हल के साथ अन्य सामान पूरी तरह जलकर राख हो गया.
सुबह के समय पेशाब के लिए निकले गांव के लोगों ने देखा तो गौशाला से पलटे उठ रही थी. आस पास के लोगों को जानकारी देकर मौके पर पहुंचे तो एक बैल झुलसकर मौके पर मरा पाया और दूसरा बैल रस्सती तोडकर भाग निकला. इसके अलावा अन्य सामान जलकर राख हो गया.
पहले ही कोरोना की दूसरी लहर के दौरान लागू किए लाकडाउन की वजह से किसान समेत सभी परेशान है. किसी प्रकार उधार पैसे लेकर खरीफ के बुआई की तैयारी में किसान जुटे है. किंतु अब एक बैल के मरने से किसानी कैसे की जाये यह विकराल समस्या है. इसलिए किसान ने प्रशासन से तुरंत नुकसान भरपाई की मांग की है. साथ ही खेती के लिए बैल की मांग गांव की उपसरपंच किरण थेरे ने की है.