चंद्रपुर बस स्टैंड के 50 मीटर के मार्ग पर 100 से अधिक गड्ढे

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    • लहराकर बस स्टैंड से बाहर निकलती है बसेस

    चंद्रपुर. चंद्रपुर बस स्टैंड का निर्माणकार्य शुरु है किंतु बस स्टैंड से बसों के आवागमन के लिए पर्यायी व्यवस्था की गई है. चंद्रपुर बस स्टैंड आने वाली बसेस एक ओर से प्रवेश कर दूसरी ओर से बाहर निकलती है. किंतु बस निकासी का लगभग 50 मीटर के मार्ग पर 100 से अधिक गड्ढे होने से बस चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है.

    चंद्रपुर जिला मुख्यालय होने से प्रदेश भर के जिले और महानगर से चंद्रपुर बसेस आती है. चंद्रपुर जिला मुख्यालय होने से तत्कालीन वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार के प्रयासों से नये बस स्टैंड का निर्माण शुरु किया गया. उनके कार्यकाल में काम तो शुरु हो गया किंतु बाद में हुए विधानसभा चुनाव में समीकरण बदले और भाजपा पुन: सत्ता में नहीं आ सकी.

    नतीजा बस स्टैंड का निर्माण कार्य मंद पड गया. इसके बाद मार्च 2020 से कोरोना संक्रमण से जिले समेत देश को हिला कर रख दिया. जिससे अनेक प्रकार के विकास कार्यो को ब्रेक लग गया. अब बस स्टैंड का काम शुरु है किंतु कछुवा गति से इसके चलते हाल ही में भाजपा ने बस स्टैंड के पास ढोल बजाओ आंदोलन भी किया था. 

    लीपा पोती कर छोड देने से समस्या

    वर्तमान में बरसात का मौसम शुरु है किंतु देखा गया है कि जिस ओर से बसों के निकासी का मार्ग है उस ओर कुछ कुछ दिनों के अंतराल में मुरुम और पत्थर डाल कर लीपा पोती कर दी जाती है. जिसकी वजह से कुछ दिनों में वहां के हालत पहले जैसे होकर गड्ढे ही गड्ढे हो जाते है. इसकी वजह से जिस समय पर बस ड्राईवर बस को निकालता है उस समय पर बस लहरा जाती है. ऐसे में कोई पैसेंजर खडा हो और उसने कुछ पकड नहीं रखा हो तो उसका गिरना तय है. बस ड्राईवर को भी बडी ही सावधानी से बस को निकालना पडता है. क्योंकि गड्ढे में बस का पहिया पडते ही बस एक दिशा में झुक जाती है.