Tiger
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    • जागो रखे साईया मार सके ना कोई
    • सिंदेवाही तहसील के रत्नापुर बीट के खांडला की घटना 

    सिंदेवाही. सिंदेवाही तहसील के उपक्षेत्र नवरगांव अंतर्गत रत्नापुर बीट के खांडला गांव की एक महीला बकरीयों को चराने जंगल गयी थी. उसी दौरान उसे पिछे बाघ दिखाई देने पर स्वयं की जान बचाने के लिए नाले में कुद गयी. इस समय महीला तो बच गयी. परंतु बाघ ने 1 बकरी पर हमला कर उसका शिकार किया तो 1 बकरी जखमी हो गयी. 

    सिंदेवाही तहसील के अधिक्तर गांव जंगल से सटे है. तहसील का बडा वर्ग किसान है. इसलिए खेती पर्यायी उद्योग के तौर पर लोग बकरीयां व भेड पालन का व्यवसाय करते है. इसी तरह तहसील के खांडला गांव का निवासी विजय धुर्वे नामक किसान बकरी व भेड पालक का व्यवसाय करते है. अन्य चरवहैय्या गांव के बकरी व भेड को लेकर घास चराने लेकर गए. विजय धुर्वे को बकरी छोडने के लिए विलम्ब होने के कारण अन्य चरवहैया आगे निकल गए. कुछ देर पश्चात विजय धुर्वे की पत्नी मिनाक्षी विजय धुर्वे 30 यह बकरीयों को बकरीयों के झुंड तक पहुचाने हेतु लेकर गयी.

    नाले के पास पहुचते ही मिनाक्षी को बाघ उसके पिछे बाघ आता दिखाई दिया. जिससे मिनाक्षी भयभीत हो गई. सामने नाला व नाले में पानी तो पिछे बाघ मिनाक्षी का साक्षात पिछे काल दिखाई  दे रहा था. परंतु मिनाक्षी इस समय परिस्थिति दो-दो हाथ करने की ठान ली व मिनाक्षी नाले में कुद गई. तैरते हुवे वह दूसरे छोर पहुचकर राहत की सांस ली. परंतु उसके बकरीयों पर बाघ ने हमला कर दिया जिसमें 1 बकरी की मृत्यु हो गई तो दूसरी जखमी हो गयी. 

    कुछ ही दूरी पर मौजूद चरवहैय्ये को यह बात मिनाक्षी ने बताने पर गांव में खबर पहुच गयी. गांववासियों ने घटनास्थल पहुचकर मिनाक्षी को गांव में लाया. इस घटना से ग्रामवासी पुन: एक बार दहशत आ गए है. वनविभाग ने बाघ का बंदोबस्त करने की मांग की है. 

    पिछले वर्ष भी अनिल सोनुल नामक युवक पर मवेशीयों को घास चराते हुवे बाघ ने हमला किया था. जिसमें उसकी मृत्यु हो गई.  घटना की जानकारी मिलते ही बीट वनरक्षक वैद्य ने घटनास्थल हो भेट दी. वनअधिकारीयेां ने शिकारी बकरी व जखमी बकरी का पंचनामा किया. बाघ को ट्रैप करने के लिए परिसर में कैमेरे लगाए है.