चंद्रपुर. मुंबई के प्रादेशिक मौसम विभाग केंद्र द्वारा दी गई सूचना अनुसार सोमवार 10 जनवरी व मंगलवार 11 जनवरी को दो दिन के लिए चंद्रपुर जिले के लिए आरेंज व यलो अलई जारी किया है. इसके अनुसार 10 जनवरी को चंद्रपुर जिले के अधिक्तर इलाकों में मामूली हलकी बारिश की संभावना दर्शायी है. साथ ही जिले के एक दो स्थानों पर तुफानी बिजलीयों की कडकडाहट, बादलों के गरजने के साथ बारिश होने का इशारा मौसम विभाग ने दिया है. इस दौरान ओले गिरने की संभावना जतायी जा रही है.
11 जनवरी को जिले में कुछ स्थानों पर आंधी, बिजली की कडकडाहट व बादलों की गर्जना के साथ बारीश की संभावना जतायी है. दौरान कई किसानों के खेतों में धान की फसल होने के कारण जिला प्रशासन किसानों को धान फसल को उचीत जगह पर रखने का अनुरोध जिला प्रशासन ने किसानों से किया है. चंद्रपुर शहर में दिनभर धुप व बदरीला मौसम छाया रहा. कुछ लोगों ने सुबह से शाम स्वेटर, जर्किन पहने हुवे सडकों से देखे गए. जिले के चिमूर तहसिल में मामूली सी बारिश हुवी.
नागभीड व ब्रम्हपुरी में बेमौसम बारीश
ब्रम्हपुरी व नागभीड परिसर में पिछले 2 दिनों से बदली वातावरण रहा. परंतु बारिश नहीं हुई. सुबह के समय थोड़ी देर धुप निकली दोपहर होते ही बदरीला मौसम रहा. और बूंदाबांदी शुरू हुई. दोपहर 3 बजे के बाद बारिश का जोर बढ़ने लगा जिससे मौसम में ठंडक आयी. लोग ठंडी से ठुठरने लगे. मौसम में धूप और बारिश का बदलाव होने से परिसर में सर्दी, खांसी, बुखार बढ़ने लगा.
बढ़ते कोरोना और ओमीओक्रोन का असर बढ़ने से लोगों में डर पैदा हुआ. आसपास के परिसर में बहुतांश लोग सर्दी और खांसी से परेशान है. ऊपर से कोरोना का डर लोगों का सताने लगा है. बदरीले मौसम और बारिश का सामना किसानों को करना पड रहा है. बदरीले मौसम से खेत की फसल खतरे में आयी है. जिससे फसलों में रोग निर्माण होने व फसलों के फूल झडने लगे है. कटी हुई धान फसल बर्बाद हो रही है. शासकीय धान खरीदी केंद्र पर आयी धान बारिश से भिगने से नुकसान हो रहा है.
सिंदेवाही परिसर में तुफानी बारीश, तुअर व लाखोडी को नुकसान
रविवार की सुबह से मौसम में हुवे अचानक बदलाव के कारण दिनभर बदरिला मौसम रहा. शाम के साडेपांच बजे सिंदेवाही तहसील के वासेरा परिसर में बिजलीयों की कडकडाहट, तुफान की शुरूवात के साथ बारीश हुई. रविवार को हुवी बारीश से किसानों के तुअर व लाखोडी फसल पर असर होने से परिसर किसानों पर फिरसे एक बार संकट कें बादल छाये है.
पहले ही सोयाबीन, कपास व उसके बाद धान फसल का नुकसान होने के बाद भी बेमौसम बारीश हो रही है. पिछले महिने में परिसर में हुई मुसलाधार बारीश से धान की खेतीयां पूरी तरह से तहत नहस हो गयी थी. कई किसानों की धान की फसल सड गयी थी. कुछ किसानों ने रब्बी मौसम में तुअर, लाखोरी जैसे फसल लेने के लिए बुआई की.
दोनों फसलों का मौसम होने से अब बेमौसम बारिश ने तुअर व लाखोरी फसल का नुकसान किया है. सिंदेवाही परिसर के वासेरा, गडबोरी, रामाला, उमरवही, सिंदेवाही, आंबोली आदि गांव में बिजलीयों की कडकडाहट, मुसलाधार बारीश के कारण हाथ आयी फसल नष्ट होने से किसानों में पुन: एक बार चिंता छायी है.