- पेयजल, बैठने की व्यवस्था का अभाव
मूल: महाराष्ट्र-छत्तीसगढ महामार्ग पर स्थित मूल बस स्टैंड का काम ठप पडा है इसकी वजह से आवागमन करने वाले यात्री और रापनि कर्मचारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए काम को जल्द पूरा करने की मांग की जा रही है.
यात्रियों के बैठने की व्यवस्था का अभाव
स्वच्छ और सुंदर मूल की संकल्पना को लेकर पूर्व वित्तमंत्री क्षेत्रीय विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने सडके और शासकीय इमारत बनाने के कार्यो को तेजी से शुरु किया था. किंतु गत विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता परिवर्तन होते ही चल रहे अधिकांश काम में रुकावटें आ गई है. इससे लोगों को तकलीफें झेलनी पड़ रही है. मूल तहसील का मुख्यालय है इसके चलते यहां अपने विविध कामों के लिए आने वाले किसान, ग्रामीण परिसर के सरकारी कर्मचारी, यात्री, स्कूल, कालेज के विद्यार्थियों की रोजाना भारी भीड दिखाई देती है. कोरोना कार्यकाल में कुछ बसों की संख्या कम की गई है. ऐसे में बस का इंतजार करने वाले यात्री, विद्यार्थियों को बैठने के लिए कोई सुविधा नहीं है.
बस स्टैंड के पूरा होने पर अशंका
शौचालय, वाशरुम में पानी की कमी की वजह से तेज दुर्गंध आती है. रात में तो बिजली की पूर्ण व्यवस्था नहीं रहती है. नतीजा यातायात निरीक्षक खुले में कुर्सी, टेबल लगाकर बैठे रहते है. रात के समय पर मच्छर, कीटों की वजह से कर्मचारियों को असुविधा होती है. किंतु इस ओर स्थानीय प्रशासन, जनप्रतिनिधियों का ध्यान नहीं है. नतीजा छाता के आकार का निर्माणाधीन बस स्टैंड का काम पूरा होगा अथवा नहीं, जिस स्थिति में है वैसा ही रहेगा ऐसी चर्चा शुरु हो गई है.
ग्रीष्मकाल में बेहाल होंगे यात्री
मार्च का आधा महीना खत्म होने वाला है. पहले पखवाडे में भी कई दिन विदर्भ में चंद्रपुर का तापमान सर्वाधिक दर्ज किया है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्रीष्मकाल के दिनों में क्या हाल होगा. बस स्टैंड पर यात्रियों के लिए पेयजल की व्यवस्था नहीं है. दिन भर के लिए दो तीन कैन पानी रखा दिखाई देता है. किंतु यहां आनेवाले यात्रियों की तुलना में यह कैन अपर्याप्त होते है. इसके बाद यात्रियों को यहां वहां चाय टपरी होटलों में पानी के लिए भटकना पडता है. उसी प्रकार पंखे की व्यवस्था न होने से भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बस स्टैंड पर यात्रियों को होने वाली भारी परेशानी को देखते हुए जल्द से जल्द बस स्टैंड का काम पूरा कर समस्या निवारण की अपील की जा रही है.