स्वास्थ्य विभाग की भूमिका पर उठे सवाल, पालकमंत्री ने दिए थे आदेश

    Loading

    • स्वास्थ्य विभाग ने तोड़ा कोरोना का नियम

    चंद्रपुर. जिले में कोरोना संकट फिर से सिर उठाने लगा है. प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में कोरोना मरीज मिल रहे है. कोरोना से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने नई नियमावली जारी की है जिसमें सार्वजनिक आयोजन में 50 से अधिक लोगों की उपस्थिति पर पाबंदी रखी गई है.

    इसके बावजूद सरकारी तंत्र ही इस नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाता हुआ नजर आ रहा है. ऐसा ही कुछ मामला यहां स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिव्यांगों को दिव्यांग प्रमाणपत्र वितरण के दौरान देखने में आया. बड़ी संख्या में भीड़ एकत्रित होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग कोरोना के उल्लंघन से साफ इंकार करते हुए कह रहा है कि यह आयोजन जिले के पालकमंत्री के आदेश पर लिया गया था.

    दिव्यांगों को विकलांगता प्रमाणपत्र एवं वैश्विक परिचयपत्र देने के लिए ब्रम्हपुरी, सिंदेवाही, सावली में दिव्यांग जांच शिविर का हाल ही में आयोजन किया गया. इस शिविर में सैकड़ों (50 से अधिक) दिव्यांगों की भीड़ एकत्रित हुई. अब सवाल यह उठ रहा है कि कोरोना के नियम स्वास्थ्य विभाग के लिए नहीं है क्या. शासकीय कार्यक्रमों के लिए क्या कोरोना कोई आचारसंहिता नहीं है. यह मामला स्वास्थ्य विभाग की भूमिका पर सवाल पैदा कर रहा है.

    जिले में दिव्यांग व्यक्तियों को दिव्यांगता प्रमाणपत्र एवं वैश्विक परिचयपत्र देने के लिए दिव्यांग व्यक्ति अस्मिता अभियान व्यापक स्वरूप में चलाया जा रहा है. जिले में ऐसे दिव्यांग व्यक्तियों की जांच अक्टूबर 2021 से शुरू हुई और 12 मार्च 2022 तक यह जांच मुहिम चलायी जाएगी.

    दिव्यांग व्यक्ति विभिन्न शासकीय योजनाओं से वंचित रहते है इसलिए उनकी जांच कर प्रमाणपत्र देने का आदेश जिले के पालकमंत्री विजय वडेट्टीवार ने अक्टूबर महीने में ही ब्रम्हपुरी में संबंधित स्वास्थ्य विभाग को दिया था.

    उनकी संकल्पना से दिव्यांग व्यक्ति की स्वास्थ्य जांच कर प्रमाणपत्रों का वितरण, उनके प्रमाणपत्रों का नवीनीकरण साथ ही नये प्रमाणपत्र निकालने की प्रक्रिया शुरू करने आदि बातों की पूर्ति करने का जिला शल्यचिकित्सक डा. निवृत्ति राठोड ने घोषित किया था. इसके अनुसार 13 जनवरी को ब्रम्हपुरी, 14 जनवरी को सिंदेवाही जबकि 15 जनवरी को सावली इन तहसीलों में शिविर लिए गए.

    914 दिव्यांगों की जांच

    दिव्यांगों को जिला सामान्य अस्पताल चंद्रपुर में प्रमाणपत्र मिलने में अडचनी थी.इसलिए यह शिविर लिया गया. सावली में 345, ब्रम्हपुरी में 404 जबकि सिंदेवाही में 165 इस तरह से 914 दिव्यांगों का पंजीयन किया गया. इन सभी को प्रमाणपत्र दिए जाने की जानकारी जिला शल्य चिकित्सक डा. निवृत्ति राठोड ने दी.

    शासन के सूचना का पालन

    इस संदर्भ में डा. निवृत्ति राठोड का कहना है कि प्रत्येक तहसील में शिविर लेने के निर्देश शासन ने लिया है. परंतु अब ओमिक्रान होने से अन्य शिविर स्थगित कर दिए गए है. इन तहसीलों में शिविर लिया गया वे शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र है. इन केन्द्रों में मरीजों की भीड़ हमेशा रहती है सभी प्रोटोकॉल का पालन शिविर में लिया गया. नियमों का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है.