पहले पखवाड़े तक औसत से कम बरसात, 18 जून तक महज 40 मिमी बरसात

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    • जिलाधीश बंगले के पास गिरी गाज 

    चंद्रपुर. शहर समेत शुक्रवार की रात तेज गडगडाहट के साथ बिजली के साथ बरसात की शुरुवात हुई. चंद्रपुर के जिलाधीश कार्यालय और पोंभूर्णा तहसील में बिजली गिरने से एक बैल की मौत हो गइ. आज दोपहर कुछ देर के लिए बरसात हुई. इसके बाद बादल छाए रहे किंतु बरसात नहीं हुई है. इसकी वजह से किसानों को अब भी तेज बरसात का इंतजार है जिससे वे खरीफ की बुआई कर सके. 18 जून तक जिले में महज 47.8 मिमी बरसात हुई है.

    जून महीने शुरु होने के बाद पहले पांच दिनों तक जिलावासियों को तेज गर्मी का सामना करना पडा. इसके बाद गर्मी और उमस की वजह से नागरिक हलाकान हो गए. मृग नक्षत्र के शुरु में बरसात नहीं हुई. इसलिए किसानों की निगाहें आसमान की ओर टिकी है. 10 जून को प्री मानसून की बरसात जिले में हुई इसके बाद बूंदाबांदी चलती रही है. किंतु जोरदार बरसात का अब भी जिले को इंतजार है. 17 जून की रात हवा के साथ बादल छा गए बिजली की गडगहाट शुरु हो गई और शहर के कुछ हिस्से में बरसात शुरु हो गई.

    गतवर्ष हुई थी 195.8 मिमी बरसात

    जून के प्रथम पखवाडे तक जिले में औसतन 110.01 मिमी बरसात होती है. किंतु आज तक जिले में महज 40 मिमी बरसात हुई है. इसकी वजह से किसानों को तेज बरसात का इंतजार है. आज वरोरा तहसील में सर्वाधिक20.5 मिमी बरसात दर्ज की र्ग वहीं राजुरा, कोरपना, बल्लारपुर, पोंभूर्णा और जिवती तहसील में बरसात नहीं हुई है. इस प्रकार शुक्रवार को जिले में महज 7.8 मिमी बरसात हुई है. वहीं गतवर्ष आज की तारीख तक 195.8 मिमी बरसात हो चुकी थी.

    बुआई में जल्दबाजी न करें

    चंद्रपुर जिले की प्रमुख फसल धान है इसलिए जिले को धान का कटोरा कहा जाता है. भले हाल के दिनों में जिले के वरोरा, भद्रावती, चिमूर और अन्य तहसीलों में कपास और सोयाबीन की पैदावार की जाती है. किंतु कृषि विभाग ने किसानो को फसल के बुआई में जल्दबाजी न करने की अपील की है. अब जून महीने का पहला पखवाडा ही बीता है. धान के लिए पर्याप्त बरसात होनी है. इसलिए मूल, सावली, नागभीड, सिंदेवाही, ब्रम्हपुरी आदि तहसील के किसानों को अब भी तेज बरसात का इंतजार है.

    जिलाधीश के बंगले पर गिरी गाज

    कुछ दिनों पूर्व ग्रामीण परिसर में बिजली गिरने की घटनाएं हो रही थी. किंतु वातावरण में बदलाव की वजह से शहरी परिसर में भी गाज गिरने की घटना बढी है. 17 जून की रात 8.15 बजे बरसात शुरु हो गई और सिविल लाइन परिसर स्थित जिलाधीशके बंगले के पास एक ताड के ऊंचे पेड पर गाज गिरी और हरा पेड जलने लगा. नागरिकों की सर्तकर्ता से बडी अनहोनी टल गई.गत वर्ष बूंदाबांदी के बीच गाज गिरने से राजस्व भवन पर गाज गिरने से एक युवक की मौत हो गई थी. जिस समय पर गाज गिरी जिलाधीश अपने बंगले में नहीं थे. यह घटना बंगले से 50 फुट की दूरी पर घटी थी. जानकारी मिलते ही अग्नीशामक दल को बुलाया गया. किंतु उनके पहुंचने के पूर्व ही आग को नियंत्रित कर लिया गया था.

    पोंभूर्णा में बैल की मौत

    आज शनिवार की दोपहर 1 बजे तेज गरज के साथ बरसात शुरु हो गई. इस बीच जामतुकुम के किसान बालाजी कस्तुरे का बैल घर के पास बांध था. इस बीच बिजली गिरने से उसके बैल की मौत हो गई.