resign

    Loading

    चंद्रपुर. शहर के राजीव गांधी अभीयांत्रिकी महाविद्यालय घाटे में चलने से पिछले कुछ महीनों से प्राध्यापक, कर्मचारीयों का वेतन से वंचित रहना पड रहा है. बकाया वेतन दिए जाने की मांग को लेकर कर्मचारीयेां ने महीनाभर से कामबंद आंदोलन शुरू किया है. अब इस आंदोलन अधिक पेचिदा होता दिखाई दे रहा है. कर्मचारीयों के वेतन देने में असमर्थ होने की भूमिका लेकर संस्था के अध्यक्ष शफिक अहमद व सचिव विनोद दत्तात्रय समेत कई संचालकों ने इस्तिफे देने से संस्था में खलबली मची है. 

    कर्मचारीयों का आंदोलन कमजोर करेन के लिए संस्था के पदाधिकारीयों ने इस्तिफा देने का आरोप राजीव गांधी अभीयांत्रिकी महाविद्यालय के टिचर्स असो. व शिक्षकेत्तर कर्मचारीयेां के संगठन अध्यक्ष व सचिव ने किया है. जिससे यह विवाद अधिक पेचिदा होने की संभावना जतायी जा रही है. 

    पूर्व केंद्रीय वित्तराज्यमंत्री शांताराम पोटदुखे के निधन के पश्चात सरदार पटेल मेमोरियल ट्रस्ट का अध्यक्ष पद शफिक अहमद को सौपा गया. 1 वर्ष के बाद सचिव पद की जिम्मेदारी विनोद दत्तात्रय को दी गई. शांताराम पोटदुखे के निधन के पश्चात पिछले 4 वर्ष में राजीव गांधी अभीयांत्रिकी महाविद्यालय आर्थिक दृष्टी से घाटे में आ गया. जिससे प्राध्यापक व कर्मचारीयेां को वेतन में अनियमितता व अन्य आर्थिक संकट का सामना करना पड रहा है.

    इस दौरान प्रबंधन ने हाथ खडे करने से कर्मचारी वेतन को लेकर त्रस्त हो गए. पिछले कुछ महिनों से कर्मचारीयेा के वेतन नही होने से प्राध्यापक व कर्मचारीयेां ने आंदोलन शुरू किया. दौरान 10 मार्च को संस्था के अध्यक्ष शफिक अहमद ने आंदोलनकर्ताओं से चर्चा की. 

    विश्वस्त मंडल के कुछ सदस्यों की अडीयल नीति के चलते आंदोलनकारीयों की मांगे पुर्ण नही की जा सकती यह भूमिका लेकर इस्तिफा देने की घोषणा की. जिसके अनुसार उपाध्यक्ष समक्ष इस्तिफे भेजे. इसके पहले ट्रस्ट के सचिव विनोद दत्तात्रय को पदमुक्त किया. तत्पश्चात संस्था अध्यक्ष शफिक अहमद ने इस्तिफा सौपा परंतु अबतक इनका इस्तिफा मंजुर नही किया है.

    महाविद्यालय के प्राध्यापक व कर्मचारीयों की मांगे व पदाधिकारीयों की इस्तिफे इस संदर्भ में 23 मार्च को विश्वस्त मंडल की बैठक होनेवाली है. कर्मचारीयों का आंदोलन व पदाधिकारीयों के इस्तिफे यह विषय अधिक पेचिदा होने की संभावना जतायी जा रही है.