महावितरण का बकाया पहुंचा 469 करोड़ पर, वसूली के लिए अब बडे अधिकारी मैदान में

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    चंद्रपुर. महावितरण चंद्रपुर परिमंडल में घरेलु, वाणिज्यिक, औद्योगिक, सरकारी कार्यालय, सार्वजनिक जलापूर्ति योजना व स्ट्रीटलाईट का बकाया 469 करोड 3 लाख तक पहुची है. इसलिए महावितरण ने बकायादारों के खिलाफ वसुली व बिजली आपूर्ति खंडीत करने की मुहिम शुरू की है. दौरान महावितरण नागपुर प्रादेशिक कार्यालय के प्रादेशिक संचालक सुहास रंगारी ने वरोरा में भेट देकर वसुली की है.

    महावितरण के चंद्रपुर परिमंडल में वर्तमान वर्ष व पिछले वर्ष के कूल मांग में से घरेलु ग्राहकों के पास से 15 करोड 21 लाख का बकाया है. वाणिज्यिक ग्राहकों के पास 4 करोड 76 लाख, औद्योगिक 8 कोड 73 लाख, कृषिपम्पधारकों के पास 223 करोड 29 लाख रूपए बकाया है. ग्रामिण व शहर जलापूर्ति योजना की ओर से तो ग्रामिण व शहरी स्ट्रीट लाईट के 209 करोड 97 लाख बकाया है. 

    इसलिए घरेलु ग्राहकों के साथ अब जलापूर्ति योजना, स्ट्रिटलाईट, बकाया सरकारी कार्यालय, नगरपालिका, स्थानीय स्वराज संस्था व अन्य बकाएदार ग्राहकों की बिजली आपूर्ति खंडीत की जा रही है. 31 मार्च के नजदिक आने से वसुली मुहिम को तेज कर दिया है. इस कार्य में अधिकारी, कर्मचारी जुट गए है. 

    महावितरण के विभिन्न बुनियादी ढांचे का काम करके ग्राहकों की देखभाल करता है और कभी-कभी खुले बाजार से बिजली खरीदकर उन्हें बिजली की आपूर्ति करता है. लेकिन अगर कोई वसूली नहीं हुई महावितरण का अधिक नुकसान होगा. सुजान ग्राहकों ने बकाया का भुगतान कर महाविरतण को सहयोग करना चाहिए.

    सुनिल देशपांडे, मुख्य अभियंता, चंद्रपुर परिमंडल

    प्रादेशिक संचालक की वरोरा विभाग से भेट 

    महावितरण नागपुर प्रादेशिक कार्यालय के प्रादेशिक संचालक सुहास रंगारी ने वरोरा विभाग को भेट देते हुवे. घरेलु, वाणिज्यिक, कृषि, आदी उच्चदाब व लघूदाब बिजली ग्राहकों का बकाया व वसुली का जायजा लेते हुवे 31 मार्च तक बकाया व वर्तमान बकाया वसुल करने के निर्देश दिए.

    इस समय पारस ॲग्रो ने  6 लाख 14 हजार, रवी कमल कॉटेक्स ने 4 लाख 19 हजार, सना मिनरल्स 1 लाख 2 हजार ऐसे बडे ग्राहकों ने तथा सरकारी कार्यालय में से वरोरा पंस बी.डी.ओं. राठोड ने 49 हजार 600 रूपये, तो प्राथमिक उपचार केंद्र नागरी ने 18 हजार रुपये प्रादेशिक संचालक सुहास रंगारी के पास बकाया का भूगतान किया. इस समय चंद्रपुर मंडल की अधिक्षक अभियंता संध्या चिवंडे, वरोरा विभाग के कार्यकारी अभियंता सचिन घडोले उपस्थित थे.