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    राजुरा. सरकारी काम में हमेशा ही विलंब होता है. इसका अनुभव न केवल किसानों को, बल्कि आम नागरिकों को हमेशा होता है. किंतु चुनाला, बामणवाड़ा, सातरी, नई सातरी, चनाखा, पंचाला के किसानों को इस बार अलग अनुभव मिला. इन गांवों के कृषि पंप के लिए की जा रही विद्युत आपूर्ति विहीरगांव विद्युत उपकेन्द्र की ओर से बार-बार खंडित की जाती है.

    इसे देखते हुए विद्युत आपूर्ति पास के बामणवाड़ा विद्युत उपकेन्द्र से करने की मांग किसानों ने पूर्व विधायक सुदर्शन निमकर के घर आए पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार से की. चुनाला के सरपंच बालनाथ वडस्कर समेत किसानों ने पालकमंत्री के समक्ष अपनी समस्या रखी. पालकमंत्री ने उसी समय संबंधित अधिकारियों को फोन कर किसानों की समस्या तुरंत हल करने के निर्देश दिए. ऐसे में अब कृषि पंपों की बिजली खंडित होने की समस्या का शीघ्र हल निकलने की संभावना है.

    कभी दिन, तो कभी रात में होती है बिजली आपूर्ति

    किसानों को खेत में फसल को पानी देते समय बिजली आपूर्ति खंडित होने से कभी दिन तो कभी रात में फसलों को पानी देना पड़ता था. जान खतरे में डालकर तेंदुए के दहशत में पानी देने का कठिन काम करते थे. अपनी इस समस्या को करीब 250 किसानों ने पूर्व विधायक सुदर्शन निमकर के समक्ष रखी. इस बीच, पालकमंत्री के सदिच्छा भेंट के समय निमकर के मार्गदर्शन में परिसर के किसानों ने 15 से 20 किमी दूरी से विद्युत उपकेंद्र से बिजली आपूर्ति करने के बजाय 2 से 3 किमी दूरी पर बामणवाड़ा स्थित विद्युत उपकेन्द्र से बिजली आपूर्ति करने की मांग की.

    1 करोड़ की निधि मंजूर

    मांग को मंजूर करते हुए इसके लिए आवश्यक 1 करोड़ रुपये की निधि का प्रावधान करने का आश्वासन देकर पालकमंत्री ने किसानों की समस्या को तुरंत हल करने का संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया. चुनाला के सरपंच बालनाथ वड़स्कर ने गांव के मुख्य मार्ग का सीमेट क्रांकीट निर्माण कार्य, संपर्क रास्ते निर्माण के लिए खनिज विकास निधि देने की मांग पालकमंत्री से ज्ञापन में की. रास्ते के काम किए जाएंगे, परंतु इससे पूर्व किसानों से जीवन से संबंधित समस्या को पहले हल करने की बात उन्होंने कही._ 16 सीएचएनबी 112