वैक्सीन के लिए अफरातफरी, दूसरे जिलों में जाकर ले रहे लोग टीका

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    चंद्रपुर/दुर्गापुर. ऊर्जानगर, दुर्गापुर समेत संपूर्ण चंद्रपुर तहसील में वैक्सीन के लिए अफरातफरी मची हुई है. अब आफलाइन टीकाकरण होने के कारण लोगों को इसकी जानकारी नहीं मिल पा रही है कि किस केंद्र पर कितनी मात्रा में किस उम्र के टीके उपलब्ध है. जिससे कारण केंद्र पर अकारण ही भीड़ जुट रही है.

    कोरोना संक्रमण में सामाजिक दूरी को ताक पर रखकर वैक्सीनेशन केंद्र पर लोगों की कतार लगायी जा रही है. आफलाइन और टोकन सिस्टम से लोगों को दिक्कत होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग कार्यप्रणाली में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं कर रहा है. लोगों को वैक्सीन के लिए घंटों तक खड़ा रहना पड़ रहा है. इसके बावजूद वैक्सीन नहीं मिलने पर केंद्र पर लोगों की अफरातफरी मच रहती है. कई लोग गड़चिरोली तथा अन्य तहसीलों में जाकर वैक्सीन ले रहे हैं.

    स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था

    चंद्रपुर तहसील स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था के कारण लोगों को टीका लेने में काफी परेशानी हो रही है. चंद्रपुर में एक भी केंद्र पर आनलाइन सिस्टम काम नहीं करने से मजबूर होकर लोग वरोरा, गड़चिरोली जिला तथा अन्य तहसील में वैक्सीन के लिए नंबर लगा रहे हैं. चंद्रपुर शहर आनलाइन मामले में फिसड्डी साबित हो रहा है. पालकमंत्री, जिलाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग ने तत्काल उचित कदम उठाकर आनलाइन सिस्टम लागू करने की मांग नागरिकों ने की है.

    पहले आओ-पहले पाओ

    वैक्सीनेशन की शुरुआती दौर में सिस्टम अच्छा था. वैक्सीन और केंद्र की कमी रहने के बावजूद भीड़ नहीं रहता था. किंतु अब पहले आओ, पहले पाओ की सबसे बड़ी कमी यह है कि पहले आने का मतलब लोग पहले कब आए यह सोचना पड़ रहा है. सुबह 6 बजे या 7 बजे या 8 बजे. पहले आने और खड़े रहने वाले 18 वर्ष से 80 वर्ष तक के व्यक्ति के लिए उपयुक्त नहीं है. इनमें से किसी को ड्यूटी पर जाना रहता है, तो किसी को खाना बनाना रहता है.

    किसी के घर में छोटे बच्चे या किसी के घर में कोई बीमार है जिसकी देखरेख करनी पड़ती है. यह भी निश्चित नहीं है कि लाइन में लगे, तो टोकन मिल ही जायेगा? टोकन बंटते-बंटते ही खत्म हो जाता है. एक ही व्यक्ति कई आधार कार्ड दिखाकर कई टोकन लेते हैं. टोकन बांटने वाले भाई, भतीजा, रिश्तेदार, दोस्त, पहचान अथवा अधिकारी या नेता के लिए या उनके पहचान वाले के लिए पहले से ही रख लिया जाता है.