Tiger
File Photo

    Loading

    चंद्रपुर. पिछले दो महीनों से अपने शावकों के साथ घुम रही बाघिन की दहशत अब भी कायम है. यहां सोमवार को वेकोलि के पीछे बाघिन ने बकरी को अपना शिकार बनाये जाने की घटना सामने आयी है.

    स्थानीय वार्ड क्र. 5 की निवासी निर्मलादेवी रमेश भारती अपनी बकरियों को चरने के लिए वेकोलि के इअॅडएम के पीछे झाडियों में छोड दिया था. इस दौरान निर्मलादेवी कुछ काम के लिए बकरियों को छोडकर वहां से घर लौट आयी थी. कुछ देर बाद जब जाकर देखा तो बकरी नजर नहीं आने पर उसकी खोज की जब बकरी नहीं मिली तो उसे संदेह हुआ कि बकरी को किसी ने चोरी कर लिया है. 

    खोजबीन के दौरान ही शाम साढे पांच बजे के बीच वेकोलि के इअॅडएम के पीछे नाले के पास बकरी मृत अवस्था में नागरिकों को दिखाई दी. नागरिकों ने इसकी जानकारी वनविभाग को दी. सूचना मिलने पर वनविभाग की एक टठीम सात बजे घटना स्थल पर पहुंची और घटना का पंचनामा किया. इस दौरान निर्मलादेवी  भारती ने नुकसान भरपाई की मांग की है.

    उल्लेखनीय है कि दीपावली के दिन से ही परिसर में बाघ की दहशत कायम है. ऐन दीपावली के दिन यहां फोन पर बात कर रहे दीपू महतो को बाघ ने हमला कर अपना शिकार बनाया था. इस स्थान के 100 मीटर दूरी पर सोमवार को बकरी का शिकार हुआ है. इस नागरिकों में एक बार फिर बाघिन को लेकर दहशत छायी हुई है. 

    बाघिन का तुरंत बंदोबसत किए जाने की मांग की जा रही है. इस बीच वेकोलि के चारगांव, तेलवासा, ढोरवासा, नयी कुनाडा और पुरानी कुनाडा की बंद पडी कोयला खदान, एनएमओसी के खदान परिसर में झाडियां उग आई जिसने जंगल का रूप ले लिया है. इसके चलते माजरी परिसर में वन्यजीव का आगमन आसान हो गया है. ऐसा नागरिकों का कहना है. इस जंगल की सफाई किए जाने की मांग नागरिकों ने की है.

    इस बीच भद्रावती वनविभाग के क्षेत्र सहायक विकास शिंदे ने इस बात की पुष्टि की है कि बाघ ने एक बकरी का शिकार किया है. घटना स्थल पर बाघ के पगमार्क तो नहीं पाये गए परंतु बकरी के गर्दन पर बाघ के नाखूनों के निशान जरूर नजर आये है.