सावली. वन विभाग द्वारा सबसे बड़े बाघ को पिंजरे में कैद करने के बाद भी ग्रामीण जनजीवन एक बार फिर आतंकित हो गया है. सावली तहसील के कई गांवों में बाघों का हमला जारी है. ऐसी ही एक घटना मंगलवार की शाम 4 बजे के बीच तहसील के केरोदा में हुई. मनोज शालिकराम कुमरे (38) पर बाघ ने हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया.
मनोज अपने खेत में शौच के लिए बैठे थे तभी अचानक एक बाघ ने उन पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया. पड़ोसी किसानों के चिल्लाने पर मनोज बाघ के चंगुल से छूटने में सफल रहा. मनोज का पैर बाघ के मुंह में आते ही बाघ और मनोज के बीच संघर्ष हुआ. इसी दौरान आसपास के किसान चीखते हुए दौड़े आए. जिससे मनोज की जान बच गई. मनोज के हाथ और पैर पर गंभीर चोट लगने के कारण गड़चिरोली के जिला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सावली वन परिक्षेत्र अधिकारी प्रवीण विरुटकर के मार्गदर्शन में आगे की जांच व्याहद खुर्द के फील्ड सहायक आर. एम. सूर्यवंशी और वन रक्षक कर रहे हैं.